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आखिर कैसे होगी पाकिस्तान की लाहौर जेल में बंद भारत के युवक की वापसी

locationरीवाPublished: Jun 27, 2019 09:21:18 pm

Submitted by:

Mahesh Singh

जानकारी मिलने के बाद बढ़ी परिजनों की चिंता, लगा रहे पुलिस के चक्कर

How will return of the youth of India, locked in a prison in Pakistan

How will return of the youth of India, locked in a prison in Pakistan

रीवा. चार साल पहले लापता हुए अनिल साकेत के बारे में जानकारी तो मिल गई है कि वह पाकिस्तान की लाहौर जेल में बंद है। लेकिन उसकी वापसी कैसे होगी यह तो भारत सरकार और विदेश मंत्रालय को ही तय करना है। परिजनों की चिंता इस बात को लेकर बढ़ गई है कि आखिर उनका बेटा किस हाल में होगा, उसकी घर वापसी कब और कैसे होगी, होगी भी या नहीं। वे पुलिस से बार-बार यह सवाल पूछ रहे है।
बता दें कि पाकिस्तान ने वहां की जेलों में बंद भारतीयों की जो सूची जारी की है, उसमें रीवा जिले के छदहाई गांव निवासी अनिल साकेत का भी नाम है। इसके बाद विदेश मंत्रालय सक्रिय हुआ और अनिल साकेत की खोज-खबर शुरू हुई। रीवा पुलिस को इस नाम की तस्दीक करने के लिए सूचना भेजी गई।
जिस पर पुलिस अधीक्षक आबिद खान ने जब खोजबीन कराई तो यह जानकारी सही निकली कि अनिल साकेत तनय बुद्धसेन साकेत नईगढ़ी थाने के छदहाई गांव का ही है। वह 2015 में घर से अचानक लापता हो गया था और थाने में गुमशुदगी भी दर्ज है। एसपी का कहना है कि उन्होंने जानकारी भेज दी है। अब अनिल की वापसी कब होगी यह सरकार को ही तय करना है। जबकि इधर बेटे की जानकारी मिलने पर उसके माता-पिता एवं परिजनों की चिंता बढ़ गई है।
यह सवाल है अनुत्तरित
रीवा का अनिल साकेत छदहाई गांव से पाकिस्तान कैसे पहुंंचा यह सवाल अभी भी अनुत्तरित है। इसका जबाव न तो पुलिस के पास है और न ही परिजनों को ही इस बारे में कोई जानकारी है। पीडि़त मां ने केवल इतना बताया कि 2015 में लापता होने के कई महीने बाद उसके राजस्थान में होने की जानकारी मिली थी। लेकिन परिजन उसको राजस्थान में नहीं ढूंढ़ पाए। इसके बाद उसका कोई पता नहीं चला। इससे कायास यह लगाया जा रहा है कि वह राजस्थान से ही पाक सीमा में पहुंच गया होगा और वहां की पुलिस के हाथ लग गया।
विदेश मंत्रालय ने मांगी थी यह जानकारी
विदेश मंत्रीलय ने अनिल साकेत के बारे में रीवा पुलिस से जो जानकारी मांगी थी उसमें पूछा गया था कि अनिल साकेत तनय बुद्धसेन नईगढ़ी थाना क्षेत्र के छदहाई गांव का है या नहीं। उसकी फोटो भी पहचान के लिए भेजी गई थी। थाने में उसके खिलाफ कोई रिपोर्ट दर्ज होने की जानकारी भी चाही गई थी।
पुलिस ने मंत्रालय को भेजी ये जानकारी
पाक की सूची में शामिल अनिल साकेत की जब रीवा पुलिस ने पड़ताल की तो उसके दस्तावेजों, परिजनों द्वारा दी गई जानकारी एवं नईगढ़ी थाने में दर्ज गुमशुदगी की रिपोर्ट और फोटो के आधार पर यह निष्कर्स निकला कि छदहाई निवासी अनिल साकेत ही है। पुलिस ने उसका आधार कार्ड, निवास व जाति प्रमाण पत्र, अंकसूची, परिजनों के कथन, थाने में दर्ज गुमशुदगी की रिपोर्ट आदि का प्रतिवेदन बनाकर विदेश मंत्रालय को भेजा है।
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मुझे इस मामले की जानकारी नहीं थी। लेकिन अब मैं विदेश मंत्रालय और रीवा पुलिस से पूरी जानकारी लेकर सरकार से निवेदन करूंगा कि रीवा के बेटे को हरहाल में वापस लाया जाए। जरूरी है कि बिछड़े परिवार को उनका बेटा मिले। जरूरत पड़ी तो इस मामले को लोकसभा में भी उठाएंगे।
जर्नादन मिश्रा, सांसद रीवा
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आपके माध्यम से जानकारी मिली है। रीवा का बेटा है, मैं उसके और उसके परिवार के साथ हूं। मामला गंभीर है, मामले की जानकारी लेकर भारत सरकार से उसको वापस लाने के लिए कहूंगा। विदेश मंत्री से चर्चा करूंगा, मेरा पूरा प्रयास होगा कि वह वापस लौटे।
राजमणि पटेल, राज्यसभा सांसद
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