scriptकलेक्ट्रेट गेट पर रातभर जागती रहीं सैकड़ों महिलाएं, आधी रात तक गिड़गिड़ाते रहे सांसद-कलेक्टर, जानिएं क्यों | Hundreds of women waking up overnight at the Collectorate Gate | Patrika News

कलेक्ट्रेट गेट पर रातभर जागती रहीं सैकड़ों महिलाएं, आधी रात तक गिड़गिड़ाते रहे सांसद-कलेक्टर, जानिएं क्यों

locationरीवाPublished: Jan 13, 2018 06:13:20 pm

Submitted by:

Rajesh Patel

कड़ाके की ठंड में कलेक्ट्रेट गेट पर महिलाओं ने गुजारी रात, कलेक्टर कार्यालय के सामने सडक़ पर बैठीं भूमिहीन महिलाएं

womens news

womens news

रीवा. हांथ में लाठी, चेहरे पर गुस्सा, जुंबा पर हक की आवाज बुलंद करतीं लामबंद होकर एक बार फिर भूमिहीन महिलाएं जुलूस में कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचीं। गेट पर भारी पुलिस बल देख महिलाएं कलेक्टर कार्यालय के सामने मुख्य सडक़ पर बैठकर नारेबाजी शुरू कर दीं। करीब दो घंटे तक मुख्य मार्ग बाधित रहा। महिलाओं का तेवर देख पुलिस प्रशासन के हाथ-पांच फूल गए। इस दौरान महिलाएं नारे लगा रहीं थीं ‘जो जमीन सरकारी है वह जमीन हमारी है।
पांच तहसीलों की महिलाएं हुई लामबंद
राष्ट्रीय दलित महासभा एवं आदिवासी भूमिहीन अधिकार मंच की अगुवाई में मऊगंज, नईगढ़ी, हनुमना, मनगवां और गुढ़ तहसील क्षेत्र की सैकड़ो की संख्या में महिलाएं 5 एकड़ जमीन का पट्टा दिलाए जाने को लेकर लामबंद होकर जिला मुख्यालय पर पहुंचीं। हाथ में लाठी-डंडा लिए महिलाएं जुलूस लेकर नारे लगाते हुए कलेक्टर के सामने प्रदर्शन करने लगे। एसडीएम अरुण विश्वकर्मा पहुंचे तो उन्हें बैरंग लौटा दिया।
कलेक्टर के आश्वासन के बाद भी नहीं लौटीं महिलाएं
कलेक्टर प्रीति मैथिल के समझाइश के बाद भी महिलाएं मांगों को लेकर अड़ीं रहीं। महिलाएं कलेक्टर के कहने पर सडक़ खाली कर दिया। इसके बाद महिलाएं कलेक्टर गेट के सामने लेट गईं। आधे से अधिक महिलाएं लेटीं और सैकड़ो की संख्या में महिलाएं अलग-अलग जगहों पर अलाव जलाकर बैठीं रहीं। समझाइस के बाद भी महिलाएं नहीं मानी तो कलेक्टर आवास पर चलीं गईं और एसडीएम मौके पर मय फोर्स डटे रहे।
महिलाओं को घर भेजने गिड़गिड़ाते रहे सांसद
कड़ाके की ठंड में करीब 10 बजे रात सांसद जर्नादन मिश्र और कलेक्टर प्रीति मैथिल भूमिहीन महिलाओं को मान मनौव्वल करते रहे। लेकिन महिलाएं अपनी मांगों पर अड़ी रहीं। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा तहसीलों में दस हजार से अधिक भूमिहीन गरीबों के आवेदन पड़े हैं लेकिन तहसीलदार, पटवारी एक नहीं सुनते। कई बार मांग की गई। हर बार झूठा आश्वासन देकर शांत करा दिया जाता है। इस बार बगैर अधिकार लिए नहीं हटेंगे। दलित नेताओं ने कलेक्टर से कहा तत्काल टीम गठित कर गरीब बस्तियों में शिविर लगाकर समस्याएं हल की जाएं और गरीबों को पट्टा वितरण की कार्यवाही शुरू की जाए। इस पर सांसद ने कहा आप सभी आवेदनों के नाम दे दीजिए, जल्द समस्या हल कर दी जाएगी। कलेक्टर ने कहा सभी आवेदनों की जांच कराकर आवास पट्टे की कार्यही जल्द की जाएगी। इसके बाद भी महिलाएं मांगों को लेकर अड़ीं रहीं।
सात घंटे तक चला मान मनौव्वल का क्रम
कलेक्ट्रेट गेट पर आंदोलित भूमिहीन महिलाओं को मान मनौव्वल का क्रम रात 11 बजे रात तक चला। करीब सात घंटे तक अफसर और नेता महिलाओं को मनमाने में जुटे रहे। लेकिन महिलाएं अपने अपनी मांगों पर अड़ीं रहीं। इस दौरान मुन्नी, कौशिल्या, सुमन, किरन आदि कई महिलाएं मासूम बच्चे को लेकर पहुंचीं। कड़ाके की ठंड में बच्चे ठिठुर रहे थे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो