पीसीसीएफ ने निर्देशित किया है कि रीवा वृत्त के चारों जिले दूसरे प्रदेशों की सीमा से लगे हुए हैं। इसलिए यहां पर संगठित वन अपराध की आशंका अधिक है। इसलिए उन क्षेत्रों पर विशेष तौर पर नजर रखी जाए जहां ऐसे अपराध की शिकायतें आती हों। बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा में कई बार तस्करों के बड़े गिरोह पकड़े भी जा चुके हैं।
वन्य प्राणियों से जुड़े अपराधों की लंबित शिकायतों में संभाग में सतना सबसे आगे है। यहां पर वन्य प्राणियों के शिकार से जुड़ी २६ शिकायतें हैं, साथ ही १७ ऐसी भी शिकायतें हैं जिसमें वन्य प्राणियों से नुकसान के मामले हैं।
इसी तरह रीवा में शिकार से जुड़ी १२ और जानवरों द्वारा नुकसान पहुंचाए जाने की ६ शिकायतें हैं। सिंगरौली में शिकार की पांच और जानवरों से नुकसान की तीन, सीधी में वन्य प्राणियों के शिकार की ८ और उनके हमले या अन्य तरह से नुकसान पहुंचाए जाने की शिकायतें ३६ हैं।
बढ़ती शिकायतों की संख्या पर भी पीसीसीएफ ने चिंता जाहिर की है और कहा है कि सूचना तंत्र मजबूत कर कार्रवाई करें।