प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत रीवा जिले के ग्राम डि़हिया से सलैया मार्ग पर सुकाड़ नदी में बन रहे पुल का कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। चार साल पहले निर्माण एजेंसी द्वारा पुल निर्माण का कार्य शुरू कराया गया था लेकिन अचानक काम बंद कर दिया गया है। पुल निर्माण का कार्य पूर्ण ना होने से जहां आम लोगों एवं छात्र-छात्रओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, वही दर्जनों गावों के लोगों का आवागमन बंद है। इस पर ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर की है।
दो करोड़ की लागत से शुरू हुआ था निर्माण
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत जवा तहसील के डिहिया सलैया मार्ग पर सुकाड़ नदी में दो करोड़ रुपए की लागत से मिर्जापुर कंस्ट्रक्शन कंपनी उ.प्र. द्वारा पुल निर्माण का कार्य वर्ष 2016 शुरू किया गया था। लेकिन निर्माण एजेंसी एवं विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण पुल का काम पूरा नहीं हो सका। निर्माण का कार्य आधा-अधूरा कराकर बंद कर दिया है। जिसके चलतेे डोडौ, छदहना, चटेह, रंगपतेरा, पुर्वा, छिउलहा, बर्दिया, बिछिया, बरेतीकला मनिका सहित अन्य दर्जनों गावों का आवागमन प्रभावित हो रहा है।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत जवा तहसील के डिहिया सलैया मार्ग पर सुकाड़ नदी में दो करोड़ रुपए की लागत से मिर्जापुर कंस्ट्रक्शन कंपनी उ.प्र. द्वारा पुल निर्माण का कार्य वर्ष 2016 शुरू किया गया था। लेकिन निर्माण एजेंसी एवं विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण पुल का काम पूरा नहीं हो सका। निर्माण का कार्य आधा-अधूरा कराकर बंद कर दिया है। जिसके चलतेे डोडौ, छदहना, चटेह, रंगपतेरा, पुर्वा, छिउलहा, बर्दिया, बिछिया, बरेतीकला मनिका सहित अन्य दर्जनों गावों का आवागमन प्रभावित हो रहा है।
ग्रामीणों ने जताया विरोध
स्थानीय निवासी त्रिवेणी प्रसाद द्विवेदी, उमेश सिंह, लालजी सिंह, त्रिवेणी सिंह सहित अन्य ग्रामीणों का कहना है कि पुल निर्माण की मांग को लेकर विभागीय अधिकारियों एवं क्षेत्रीय सांसद व विधायक को ज्ञापन सौंपकर शिकायत की गई। बावजूद इसके आज तक पुल का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं कराया जा सका है। जिसके चलते अब कई गांवों के लोगों को नदी पार करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इनका कहना है कि यदि शीघ्र पुल निर्माण का कार्य पूर्ण नहीं किया गया तो लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार किया जायेगा, जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की ही होगी।
स्थानीय निवासी त्रिवेणी प्रसाद द्विवेदी, उमेश सिंह, लालजी सिंह, त्रिवेणी सिंह सहित अन्य ग्रामीणों का कहना है कि पुल निर्माण की मांग को लेकर विभागीय अधिकारियों एवं क्षेत्रीय सांसद व विधायक को ज्ञापन सौंपकर शिकायत की गई। बावजूद इसके आज तक पुल का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं कराया जा सका है। जिसके चलते अब कई गांवों के लोगों को नदी पार करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इनका कहना है कि यदि शीघ्र पुल निर्माण का कार्य पूर्ण नहीं किया गया तो लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार किया जायेगा, जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की ही होगी।