रीवा जोन के आईजी वर्तमान में उमेश जोगा हैं। वह यहां रोजाना आते हैं। पर बारिश होने पर ये हाल देखना उनके लिए भी दुखदायी है। पुलिस के अधिकारियों की ओर से कई बार नगर निगम को समस्या के निदान के लिए कहा जा चुका है। पर नगर निगम के अफसरों के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। केवल आईजी कार्यालय ही जलभराव से प्रभावित नहीं। यहां पर नगर निगम परिषद कार्यालय भी इसकी जद में है। कई दुकानदारों की दुकानदारी जलभराव के चलते कुछ घंटों के ठप हो जाती है।
मालूम हो कि सिरमौर चौराहे पर जल निकासी के लिए चौराहे के बीच में तीन मेनहोल खोल दिए गए हैं। नगर निगम अधिकारियों को उम्मीद थी कि बारिश के पानी का जलभराव नहीं होगा। पर उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया है। दरअसल स्थाई समाधान पर कोई ध्यान नहीं है। नालियां चोक पड़ी है। अंडरग्राउंड नाला कचरे से जाम है। जिससे जलनिकासी होने में घंटों समय लग जाता है और जलभराव की स्थिति जरा सी बारिश में बन जाती है।
शुक्रवार दोपहर 12.30 बजे एकाएक बादलों ने आसमान पर डेरा जमाया। हवा के रुख बदलने के साथ बारिश ने दस्तक दे दी। देखते ही देखते जोरदार बारिश हुई। मौसम केंद्र ने डेढ़ घंटे में 19.2 मिमी. बारिश रिकार्ड की। इस दौरान शहर में निचले स्थानों पर जलभराव की स्थिति देखी गई। देर शाम तक काली घटाएं छाई रहीं। बारिश की वजह से तापमान में गिरावट आ गई है। मौमस केंद्र भोपाल के मौसम वैज्ञानिकों का दावा है कि रीवा सहित आसपास के जिलों में बारिश अगले चौबीस घंटे में फिर होगी।