– सप्ताह भर के भीतर कई जगह से मिली सूचनाएं
सप्ताह भर के भीतर रीवा और आसपास के जिलों के लगे जंगलों में बाघ होने की कई सूचनाएं मिली हैं। मुकुंदपुर फारेस्ट रिजर्व क्षेत्र के हरियरी गांव, सीधी के भंवरसेन और बघवार से लगे जंगल के साथ ही रीवा जिले के बरदहा घाटी और सेमरिया क्षेत्र के ककरेड़ी के जंगलों में बाघ की गतिविधियों की सूचनाएं मिली थी। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि जो बाघ डढ़वा गांव में पकड़ा गया है, अधिकांश हिस्सों में इसी की गतिविधि हो सकती है।
– टाइगर रिजर्व पहचान की कर रहा प्रक्रिया
डढ़वा गांव में पकड़े गए बाघ को संजय गांधी टाइगर रिजर्व सीधी ले जाया गया है। वहां के विशेषज्ञों की टीम यह पहचान करने में जुटी हुई हैं कि उक्त बाघ टाइगर रिजर्व से ही निकला हुआ बाघ है या फिर किसी दूसरे क्षेत्र के जंगल से आया है। टाइगर रिजर्व के अधिकारी पकड़े गए बाघ की अपने यहां के बाघों की फोटो और वीडियो से मिलान करेंगे। अधिकारियों की मानें तो टाइगर रिजर्व का ही बाघ होने की संभावना अधिक है।