बताया जा रहा है गांवों को मुख्य मार्गो से जोडऩे वाली सड़के अधिकतम क्षमता 8 टन है। सड़क बनाने के बाद इनमें कई सड़कों में लगातार भारी वाहनों का ट्रैफिक बढ़ रहा है। इससे सड़के तय समय से पहले खराब हो रही है। इसे लेकर प्रधानमंत्री अब उन सड़कों की भार क्षमता बढ़ा रहा है इनमें 56 किलोमीटर की छह सड़के शामिल है । इनमे जवा से इटौरी, 9 किलोमीटर,जवा से पटहट बाया सूती 17 किलोमीटर, जवा पटहटर सूती रोड 5 किलोमीटर, ढीह से कोरवां ६ किलोमीटर, बरेटी से बसाहट 16 किलोमीटर एवं रीवा की बैजनाथ से खम्हरिया सड़क शामिल है। इन सड़कों को अब 16 टन से अधिक क्षमता के अनुरुप बनाया जाएगा, जिससे भारी वाहन इन सड़कों पर दौड़ सकें।
बताया जा रहा है कि जिन छह सड़कों को भारक्षमता बढ़ा गया है।इनमें जवा से तीन सड़कों का निर्माण प्रांरभ नहीं हो पाया है। इनमें ढीह से कोरवाख् बरेटी से बसाहट एवं बैजनाथ से खम्हरिया मार्ग शामिल है। इस सड़कों की हालत बहुत खराब होने के कारण ग्रामीणो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है।
बारिश के पहले 50 सड़कों को पुन निर्माण कराया गया था। इनमें पांच साल की परफारमेंस संविदाकार को देनी है लेकिन सड़के पहली ही बारिश में उखडऩे लगी है। इतना ही नहीं कई सड़कों के मानक अनुरुप नहीं होने से वाहन हिचकोले खा रहे है।