शहर के स्कीम नंबर छह की शिकायत सामाजिक कार्यकर्तासंजय सिंह बघेल ने जांच टीम से की। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि निगम के अधिकारियों ने नियम विरुद्ध तरीके से मकान बनवा दिए। जांच टीम के प्रमुख पीएन पाण्डेय ने तत्काल निगम के अधिकारियों को बुलाकर स्कीम नंबर 6 के बारे में समझा और उसके भी दस्तावेज लिए। इसके अलावा नेहरू नगर में स्टार्म वाटर डे्रनेज के नाम पर घपले के साथ ही वार्ड२१ में भाजपा पार्षद के कहने पर सड़क और नाली नहीं बनाए जाने की भी शिकायत की। उन्होंने इस मामले में वार्ड१३ की पार्षद द्वारा अलग-अलग अधिकारियों को लिखे गए २३ पत्रों की छायाप्रति भी सौंपी। जिसमें निगम के एसडीओ एचके त्रिपाठी के कार्यों की भी जांच कराने की मांग शामिल है।
चार वर्षके कार्यकाल की हर फाइल की पड़ताल करना दो दिन में मुश्किल था। इसलिए जांच अधिकारियों ने सभी प्रमुख फाइलों की फोटोकापी ले ली है। जहां संदेह हुआ, वहां पर मौके पर ही निगम के अधिकारियों से जानकारी ले ली। इसके बाद कहा हैकि भोपाल में सभी दस्तावेजों का परीक्षण किया जाएगा। इसमें कुछ कमियां समझ में आएंगी तो निगम के अधिकारियों को भोपाल भी बुलाया जाएगा। रिपोर्ट शासन को सप्ताह भर के भीतर सौंपनी थी, लेकिन जांच में अभी लंबा समय लगेगा, इसलिए सीएम से समय मांगे जाने की तैयारी की जा रही है।
पीएन पाण्डेय, अपर संचालक संचालनालय भोपाल ने बताया कि दो दिनों तक नगर निगम की फाइलों का परीक्षण किया गया, चार वर्ष का कार्यकाल है, इसलिए समय लगेगा। सभी प्रमुख दस्तावेजों की फोटो कापी ले ली है।अब भोपाल में सभी का परीक्षण करेंगे। जैसा भी मामला सामने आएगा, इसकी रिपोर्टशासन को सौंपेंगे।
कांग्रेस पार्षदों का प्रतिनिधि मंडल जांच टीम से मिला और ज्ञापन देकर मांग उठाई की नगर निगम में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। धनेन्द्र सिंह बघेल के नेतृत्व में पहुंचे लोगों ने आरोप लगाया कि 64 लाख रुपए का निर्माण कार्यों का टेंडर किया गया, इसकी प्रक्रिया संदेहास्पद है। बजट कहां से आया निगम ने कोई जानकारी नहीं दी है। इसी तरह 1.74 करोड़ रुपए के पैचवर्क का टेंडर हुआ, निगम के अधिकारियों ने राशि आहरित करा दी लेकिन काम कहीं भी शहर में नहीं दिख रहा है। इसके अलावा सीवरेज, पेयजल, स्टार्म वाटर ड्रेनेज, सड़क एवं नाली निर्माण सहित अन्य कई बिन्दुओं की शिकायत सौंपी है।