उल्लेखनीय है कि मंगवार को टीएल बैठक में कलेक्टर ओम प्रकाश श्रीवास्तव ने इस मुद्दों को प्रमुखता से लिया। उन्होंने बैठक में मौजूद जिला शिक्षा अधिकारी को इस पर कार्रवाई के निर्देश दिए। जिसके बाद हरकत में आए डीइओ ने बुधवार को सभी संकुलों को निर्देश जारी कर छठवें वेतनमान एरियर्स की प्रथम किश्त हफ्ते भर के अंदर भुगतान करने के निर्देश जारी किए।
पांच हजार अध्यापक कार्यरत
जिले में करीब पांच हजार अध्यापक हैं। जिसमें से ज्यादातर को एरियर्स का भुगतान हो चुका है। इसके बावजूद अभी बड़ी संख्या में ऐसे अध्यापक हैं जो एरियर्स के लिए भटक रहे हैं। संकुल कार्यालय, डीइओ एवं जिला पंचायत कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। कलेक्टर के निर्देश के बाद अब उन्हें राहत मिलेगी।
बताया जा रहा है कि संकुल एवं डीइओ कार्यालय शाखा में पदस्थ लिपिक अध्यापकों के दस्तावेजों को सुधार करने में देरी कर रहे थे जिसकी वजह से उनको भुगतान नहीं हो पा रहा है। वे कई प्रकार की अड़चने कर रहे हैं।
सेवा पुस्तिका का कराना होता है अनुमोदन
अध्यापकों को पहले सेवा पुस्तिका का अनुमोदन कराना होता है। संकुल प्राचार्यों की यह जिम्मेदारी है कि जिला पंचायत से अनुमोदन कराएं। लेकिन उन्होंने इसमें देरी की। वहीं कुछ ऐसे भी मामले हैं कि अनुमोदन के बाद भी भुगतान नहीं किया गया।
संकुल प्राचार्यों को वेतनमान एरियर्स के प्रथम किश्त का भुगतान 7 दिवस के अंदर कर विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी को सूचित करना होगा।