कीटनाशकों का छिड़काव नहीं हो रहा
बस्ती के लोगों ने कहा कि उनके यहां गंदगी हर समय बनी रहती है। नगर निगम पहले कर्मचारियों को भेजकर कीटनाशकों का छिड़काव कराता था लेकिन इस समय वह भी बंद हो गया है। प्रशासन की ओर से कोई नहीं आया है। पार्षद रूपा जायसवाल और उनके पति राजकुमार ने समस्याएं पूछी हैं और अधिकारियों से फोन पर बात भी किया था, जहां से आश्वासन मिला था कि आएंगे लेकिन कोई नहीं आया। पड़ोस के मोहल्ले में दवा का छिड़काव करने वाली गाड़ी आई थी, इसलिए उन्हें भी उम्मीद है कि बस्ती में भी इंतजाम होगा।
बस्ती के लोगों ने कहा कि उनके यहां गंदगी हर समय बनी रहती है। नगर निगम पहले कर्मचारियों को भेजकर कीटनाशकों का छिड़काव कराता था लेकिन इस समय वह भी बंद हो गया है। प्रशासन की ओर से कोई नहीं आया है। पार्षद रूपा जायसवाल और उनके पति राजकुमार ने समस्याएं पूछी हैं और अधिकारियों से फोन पर बात भी किया था, जहां से आश्वासन मिला था कि आएंगे लेकिन कोई नहीं आया। पड़ोस के मोहल्ले में दवा का छिड़काव करने वाली गाड़ी आई थी, इसलिए उन्हें भी उम्मीद है कि बस्ती में भी इंतजाम होगा।
वार्ड 43 की इस बस्ती में लोग कई लोग बीमार, संक्रमण का खतरा
शहर के वार्ड क्रमांक 43 के स्लम बस्ती में कई लोगों के बीमार होने की सूचना है। यहां के कई युवा दूसरे शहरों में काम करते हैं। कोरोना की वजह से उन्हें छुट्टी पर रीवा भेज दिया गया है। बस्ती के लोगों को भी आशंका है कि उनके यहां भी कोरोना का संक्रमण फैल सकता है। कई लोग बुखार और खांसी से पीडि़त हैं, इसलिए आशंका है कि यहां भी संक्रमण आ सकता है। जिसके चलते लगातार मांग उठाई जा रही है कि मोहल्लों को सेनिटाइज किया जाए। बस्ती के निवासी अरविंद सतनामी, रामभुवन कोल, ममता, मुन्ना साकेत आदि ने बताया कि भले ही कोई गंभीर बीमारी नहीं है लेकिन हर जगह आशंका है तो उनकी ओर से भी मांग उठाई जा रही है कि मोहल्ले में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जाए। वार्ड 43 के निवर्तमान पार्षद मनोज सिंह ने बताया कि लोगों की आशंका को देखते हुए निगम के अधिकारियों से मांग उठाई गई है कि पूरी बस्ती को सेनेटाइज किया जाए। सूचना के बाद भी अभी तक निगम की ओर से गंभीरता नहीं बरती गई है।