4 फरवरी को डेढ़ लाख रुपए घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार
जिला योजना एवं साख्यिकी कार्यालय में लोकायुक्त की टीम ने संयुक्त संचालक आरके झारिया को 4 फरवरी को डेढ़ लाख रुपए घूस लेने के आरोप में रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया था। रिमांड पर लेने के बाद 7 फरवरी को जेल भेज दिया गया। लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद से कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है। मंगलवार को दोपहर बाबू के कार्यालय में कर्मचारी बैठकर गपशप में मशगूल रहे। जबकि सहायक सख्यिकी अधिकारियों में राजेन्द्र श्रीवास्तव और अनुदेशक रमाशंकर सिंह कार्यालय में बैठे दस्तावेज पलट रहे थे। इसके अलावा दो कंप्यूटर आपरेटर कक्ष में चर्चा में व्यस्त रहे। शेष कार्यालय की कुर्सियां खाली रहीं। कार्यालय के कर्मचारी लोकायुक्त की कार्रवाई को लेकर अभी भी भयभीत है। आरके झारिया के जेल जाने के बाद मंगलवार की शाम तक संयुक्त संचालक का प्रभार नहीं दिया गया है। उधर, मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय की टीएल बैठक में जाने के लिए कर्मचारी एक दूसरे से राय मसविरा करते रहे। इधर, माननीयों के निधि का काम करने वाले कई ठेकेदार कार्यालय के इर्द-गिर्द मंडरा रहे हैं।
जिला योजना एवं साख्यिकी कार्यालय में लोकायुक्त की टीम ने संयुक्त संचालक आरके झारिया को 4 फरवरी को डेढ़ लाख रुपए घूस लेने के आरोप में रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया था। रिमांड पर लेने के बाद 7 फरवरी को जेल भेज दिया गया। लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद से कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है। मंगलवार को दोपहर बाबू के कार्यालय में कर्मचारी बैठकर गपशप में मशगूल रहे। जबकि सहायक सख्यिकी अधिकारियों में राजेन्द्र श्रीवास्तव और अनुदेशक रमाशंकर सिंह कार्यालय में बैठे दस्तावेज पलट रहे थे। इसके अलावा दो कंप्यूटर आपरेटर कक्ष में चर्चा में व्यस्त रहे। शेष कार्यालय की कुर्सियां खाली रहीं। कार्यालय के कर्मचारी लोकायुक्त की कार्रवाई को लेकर अभी भी भयभीत है। आरके झारिया के जेल जाने के बाद मंगलवार की शाम तक संयुक्त संचालक का प्रभार नहीं दिया गया है। उधर, मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय की टीएल बैठक में जाने के लिए कर्मचारी एक दूसरे से राय मसविरा करते रहे। इधर, माननीयों के निधि का काम करने वाले कई ठेकेदार कार्यालय के इर्द-गिर्द मंडरा रहे हैं।