सुबह नौ बजे संजय गांधी अस्पताल और गांधी स्मारक चिकित्सालय इलाज कराने पहुंचे मरीज उस वक्त हैरान रह गए जब जूनियर डॉक्टर ओपीडी के बाहर टेबल-कुर्सी लगाए दिख गए। जूनियर डॉक्टरों ने मरीजों को रोका। उन्हें बताया कि आज यहीं पर देखा जाएगा। मरीजों को समझने में देर नहीं लगी कि जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं। जिन मरीजों ने पर्ची कटवाई उनका भी और जिनके पास पर्ची नहीं थी उनके नाम रजिस्टर में लिखकर इलाज मुहैया कराया। दोपहर 2 बजे तक समानांतर ओपीडी चलाई गई। उधर ओपीडी में सीनियर डॉक्टर भी मौजूद रहे। इस आंशिक हड़ताल के चलते मरीज भी कुछ देर के लिए भ्रमित रहे। जिससे उन्हें परेशानी उठानी पड़ी। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के बैनर तले जूनियर डॉक्टर ओपीडी के बाद डीन कार्यालय पहुंचे। डीन डॉ. पीसी द्विवेदी को मांगों का ज्ञापन सौंपा। जूडॉ एसोसिएशन रीवा के अध्यक्ष डॉ. शरद साहू ने बताया कि प्रदेश भर के सरकारी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर विरोध पर हैं। इसी कड़ी में रीवा में विरोध शुरू हुआ है। 22 जुलाई तक समानांतर ओपीडी चलाकर विरोध जताएंगे। अगर मांगों को मान लिया जाता है तो कार्य पर लौट आएंगे। मांगे नहीं मानी जाती हैं तो 23 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे।
इमरजेंसी वार्ड ड्यूटी पर रहे मौजूद
उधर अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड ड्यूटी पर जूनियर डॉक्टर मौजूद रहे। मरीजों को भर्ती कर उनके ऑपरेशन भी किए गए। जूडॉ एसोसिएशन रीवा के अध्यक्ष ने कहा कि जूनियर डॉक्टर चौबीस घंटे काम करते हैं। अन्य प्रदेशों से मप्र में मानदेय काफी कम है। इसी मांग को लेकर समानांतर ओपीडी चलाई जाएगी लेकिन वार्ड ड्यूटी पर जूनियर डॉक्टर तैनात रहेंगे। मरीजों को किसी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी।
ये है मानदेय की डिमांड
जूडॉ प्रथम वर्ष 65,000 प्रति माह
जूडॉ द्वितीय वर्ष 67,000 प्रति माह
जूडॉ तृतीय वर्ष 69,000 प्रति माह
सीनियर रेसीडेंट 69,000 प्रति माह
इंटर्स 20,000 प्रति माह