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कार्यों की निगरानी के लिए जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि हर नगरीय निकाय का एक वर्ष में तीन बार दौरा करना अनिवार्य होगा। इसके अलावा नियमित जब जरूरत समझें अधिकारी पहुंचकर कार्यों की समीक्षा कर सकेंगे। साथ ही कहा गया है कि चार महीने के अंतराल में पहुंचना अनिवार्य होगा। इसमें केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं के साथ ही नगर निगम के स्थानीय मद से चल रही योजनाओं की समीक्षा भी की जाएगी।
कार्यों की निगरानी के लिए जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि हर नगरीय निकाय का एक वर्ष में तीन बार दौरा करना अनिवार्य होगा। इसके अलावा नियमित जब जरूरत समझें अधिकारी पहुंचकर कार्यों की समीक्षा कर सकेंगे। साथ ही कहा गया है कि चार महीने के अंतराल में पहुंचना अनिवार्य होगा। इसमें केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं के साथ ही नगर निगम के स्थानीय मद से चल रही योजनाओं की समीक्षा भी की जाएगी।
ये अधिकारी करेंगे निगरानी
– नगर निगम रीवा- प्रभाकांत कटारे, प्रमुख अभियंता नगरीय प्रशासन
– रीवा जिले की सभी नगर परिषदें- पीएन पांडेय अपर संचालक नगरीय विकास।
– नगर निगम सतना- एनपी मालवीय, मुख्य अभियंता नगरीय प्रशासन।
– सतना के अन्य नगरीय निकाय- एनपी मालवीय, मुख्य अभियंता।
– नगर निगम सिंगरौली- आशीष सक्सेना, अपर आयुक्त नगरी प्रशासन।
– नगर पालिका एवं परिषदें सीधी- पीएन पाण्डेय, अपर संचालक।
– नगर निगम रीवा- प्रभाकांत कटारे, प्रमुख अभियंता नगरीय प्रशासन
– रीवा जिले की सभी नगर परिषदें- पीएन पांडेय अपर संचालक नगरीय विकास।
– नगर निगम सतना- एनपी मालवीय, मुख्य अभियंता नगरीय प्रशासन।
– सतना के अन्य नगरीय निकाय- एनपी मालवीय, मुख्य अभियंता।
– नगर निगम सिंगरौली- आशीष सक्सेना, अपर आयुक्त नगरी प्रशासन।
– नगर पालिका एवं परिषदें सीधी- पीएन पाण्डेय, अपर संचालक।