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करहिया बैंक डकैती का सरगना निकला गोली कांड का आरोपी, जानिए कैसे लगा पुलिस के हाथ

locationरीवाPublished: Oct 20, 2018 09:28:02 pm

Submitted by:

Shivshankar pandey

पुलिस पूछताछ में उगले घटना के रहस्य, कट्टा व कारतूस बरामद, जुलाई माह में करहिया मध्यांचल बैंक से लूटे थे 11 लाख रुपये
 

Karahia bank robbery

Karahia bank robbery

रीवा. सेमरिया थाना के बम्हनी अजमेर गांव में तीन दिन पूर्व युवक को गोली मारने वाला आरोपी बैंक डकैती का सरगना निकला। जिसकी कई राज्यों की पुलिस तलाश कर रही थी और रीवा पुलिस ने उस पर इनाम घोषित किया था। पूछताछ में मामला सामने आने के बाद पुलिस अब उससे घटना के रहस्य उगलवाने में लगी है। आरोपी को अब दुबारा रिमांड में लेकर पुलिस बैंक डकैती के संबंध में पूछताछ करेगी। सेमरिया थाना अंतर्गत बम्हनी अजमेर गांव में बालिका अंशी रावत (६) को बाइक ने टक्कर मार दी थी। बाइक सवारों को जब स्थानीय लोगों ने रोकने का प्रयास किया तो पीछे बैठे बदमाश ने कट्टे से फायर कर दिया जिससे गोली शिव कुमार साकेत (३४) के पेट में लगी और वह घायल हो गया। गुस्साए लोगों ने गोली चलाने वाले आरोपी को पकड़ कर उसकी जमकर धुनाई कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले कर उसके कब्जे से वारदात में प्रयुक्त कट्टा बरामद कर लिया।
11 लाख लूटकर फरार हो गये थे
आरोपी से पूछताछ की गई तो वह चोरहटा थानांतर्गत करहिया स्थित मध्यांचल बैंक में हुई बैंक डकैती का मुख्य सरगना निकला। आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर बैंक के कर्मचारी को गन प्वाइंट में लेकर 11 लाख लूटकर फरार हो गये थे।आरोपी अपने साथी संतोष मिश्रा, सुनील मिश्रा व जिया खान के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। घटना के बाद आरोपी सेमरिया रोड से बसामन मामा होते हुए अतरैला जवा मार्ग से शंकरगढ़ पहुंचे। शंकरगढ़ पहुंचने से पहले उन्होंने लूट की रकम दो-दो लाख रुपये आपस में बांट लिए थे। शेष रकम जिया खान को वारदात के लिए कट्टा व कारतूस खरीदने के लिए दिये थे।सेमरिया थाने में दर्ज हत्या के प्रयास के मामले में उसका एक साथी फरार है जिसकी भी पुलिस तलाश में पुलिस जुट गई है। उसकी गिरफ्तारी के बाद घटना से जुड़े अन्य लोगों के नाम भी सामने आ जायेंगे। घटना दिनांक को आरोपी मैहर में मां शारदा के दर्शन करने गए थे और वहां से लौटते समय बम्हनी अजमेर गांव में उनकी बाइक से एक्सीडेंट हो गया था जिस पर आरोपी को स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने पकड़ लिया।

ऐसे दिया था बैंक डकैती को अंजाम
बदमाश 25 जुलाई को करीब 3.30 बजे ग्राहक बनकर बैंक के अंदर घुसे थे और सुनसान देखकर बैंक में मौजूद मैनेजर श्रवण कुमार पांडे, कैसियर विनायक प्रसाद द्विवेदी सहित अन्य कर्मचारियों को गन प्वाइंट में लेकर कमरे के अंदर बंद कर दिया था और 11 लाख रुपए लूट कर चंपत हो गए थे। बदमाशों का हुलिया सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपियों की पहचान की थी जिस पर शत्रुघन पांडे उर्फ बबलू, संतोष मिश्रा निवासी शंकरगढ़, सुनील मिश्रा तीनों निवासी शंकरगढ़, जिया खान उर्फ बाबा एजाज निवासी कौशांबी के खिलाफ 30-30 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही थी। इस लूट कांड के कुछ आरोपी 2 माह पूर्व यूपी में हथियारों सहित पकड़े गए थे। उक्त आरोपी फिलहाल यूपी जेल में बंद है जिनको रिमांड में लेने का प्रयास पुलिस कर रही है।

कई वारदातों का किया खुलासा
उक्त आरोपी ने कई वारदातों से जुड़ी अहम जानकारियां पुलिस को दी है। आरोपियों ने 24 अप्रैल को शहडोल जिले के पपौंध थाना अंतर्गत मूड़चोर घाटी में अपने साथी संतोष मिश्रा, जिया खान, अजय मिश्रा, सोनू पंडित के साथ मिलकर बैंक की कैश गाड़ी में फायरिंग कर 20 लाख रुपए लूटे थे। 3 वर्ष पूर्व उन्होंने छत्तीसगढ़ के रायपुर में नारायण अस्पताल के कैशियर पर हमला कर करीब 10 लाख रुपये लूट लिये थे।

घायल युवक को मिलेगी इनाम की राशि
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए एसपी सुशांत सक्सेना ने बताया कि आरोपी को पकडऩे का प्रयास करते समय घायल हुए शिव कुमार साकेत को ही इनाम की राशि दी जाएगी। आरोपी पर तीस हजार रूपये का इनाम घोषित था इसके साथ ही युवकों को बंदूक का लाइसेंस भी जारी करने का प्रयास पुलिस करेगी।

बिलासपुर से लौट रहे थे पैसे खत्म हो गए तो लूट लिया बैंक
पकड़े गए आरोपी, शत्रुघ्न पांडेय ने घटना से जुड़ी अहम जानकारियां दी। आरोपी ने बताया कि वह अपने गिरोह के साथ बिलासपुर से वापस लौट रहा था। लौटते समय पैसा खत्म हो गया जिस पर उन्होंने बैंक लूटने की योजना बना डाली। घटना दिनांक को जिस समय उसका साथी जिया खान बैंक के अंदर गया तो संयोग से बैंक में तीन कर्मचारियों के अलावा कोई नहीं था। उन्होंने तत्काल वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई और बैंक में घुसकर लूट लिया। इससे पूर्व रायपुर में वह नारायण अस्पताल में काम करने वाले अपने साथी के बुलाने पर गये थे और अस्पताल के कैशियर से 10 लाख की लूट की थी। इसके बाद पपौंध में भी अपने साथी के बुलाने पर आए हुए थे और यहां बैंक की गाड़ी को लूट लिया था। उसके वकील का साफ कहना है कि उनको 50 हजार रुपए दे दो तो हम सभी केशों से बचा लेंगे। कहीं भी वारदात करो पुलिस कुछ नहीं बिगाड़ पाएगी। हथियारों के सम्बन्ध में युवक का कहना था कि मुंगेर से उनके पास हथियार पहुंचते हैं जिससे वे वारदातों को अंजाम दिया करते थे।

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