अनुशाासन सिखाता है खेल
कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम में आयोजित दो दिवसीय कराते प्रतियोगिता का रविवार को समापन हो गया। इस अवसर पर संभागायुक्त ने कहा कि खेल एक ऐसा मंच है जिसके माध्यम से आप जीवन संग्राम में आने वाली चुनौतियों का सामना करने की क्षमता रखते हैं। खेल हमें अनुशासन सिखाता है। खेल को खेल भावना से खेलतें हुए अपनी टीम के लिए खेलना चाहिए न कि अपने स्वार्थ के लिए। खेल में हार-जीत महत्वपूर्ण नहीं है। जब खिलाड़ी अपने पूरे सामथ्र्य से खेलता है तो वह कामयाबी के शिखर तक पहुंचता है। उन्होंने कहा कि आत्मविश्वास कायम रखकर खेलने से सफलता जरूर मिलती है। उन्होंने कहा कि परेशानियों और कठिनाइयों से जूझकर ही कामयाबी प्राप्त की जा सकती है।
कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम में आयोजित दो दिवसीय कराते प्रतियोगिता का रविवार को समापन हो गया। इस अवसर पर संभागायुक्त ने कहा कि खेल एक ऐसा मंच है जिसके माध्यम से आप जीवन संग्राम में आने वाली चुनौतियों का सामना करने की क्षमता रखते हैं। खेल हमें अनुशासन सिखाता है। खेल को खेल भावना से खेलतें हुए अपनी टीम के लिए खेलना चाहिए न कि अपने स्वार्थ के लिए। खेल में हार-जीत महत्वपूर्ण नहीं है। जब खिलाड़ी अपने पूरे सामथ्र्य से खेलता है तो वह कामयाबी के शिखर तक पहुंचता है। उन्होंने कहा कि आत्मविश्वास कायम रखकर खेलने से सफलता जरूर मिलती है। उन्होंने कहा कि परेशानियों और कठिनाइयों से जूझकर ही कामयाबी प्राप्त की जा सकती है।
खिलाडिय़ों का हौंसला ऑफजाइ किया
कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम में आयोजित दो दिवसीय कराते प्रतियोगिता का रविवार को समापन हो गया। इस अवसर पर उन्होंने खिलाडिय़ों को अपने हौसलों एवं अपने आप पर विश्वास रखते हुए आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया। उन्होंने विभिन्न उदाहरणों एवं प्रसंगों के माध्यम से खिलाडिय़ों को आगे बढऩे की समझाइश दी। इस अवसर पर कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम में आयोजित दो दिवसीय कराते प्रतियोगिता का रविवार को समापन हो गया। इस अवसर पर संभागायुक्त ने कहा कि खेल एक ऐसा मंच है जिसके माध्यम से आप जीवन संग्राम में आने वाली चुनौतियों का सामना करने की क्षमता रखते हैं। अधिकारीगण, समाजसेवी, गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में खिलाड़ी व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम में आयोजित दो दिवसीय कराते प्रतियोगिता का रविवार को समापन हो गया। इस अवसर पर उन्होंने खिलाडिय़ों को अपने हौसलों एवं अपने आप पर विश्वास रखते हुए आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया। उन्होंने विभिन्न उदाहरणों एवं प्रसंगों के माध्यम से खिलाडिय़ों को आगे बढऩे की समझाइश दी। इस अवसर पर कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम में आयोजित दो दिवसीय कराते प्रतियोगिता का रविवार को समापन हो गया। इस अवसर पर संभागायुक्त ने कहा कि खेल एक ऐसा मंच है जिसके माध्यम से आप जीवन संग्राम में आने वाली चुनौतियों का सामना करने की क्षमता रखते हैं। अधिकारीगण, समाजसेवी, गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में खिलाड़ी व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।