चोरी से जुड़ा था मामला
यह पूरी घटना चोरी के मामले को लेकर हुई है। आरोपी अमन सिंह के घर में करीब डेढ़ माह पूर्व चोरी हुई थी जिसका मामला सगरा थाने में दर्ज था। पीडि़तों को उक्त युवक पर चोरी का संदेह था जिसकी जानकारी उन्होंने पुलिस को भी दी थी। पुलिस युवक को एक दिन थाने में रखने के बाद छोड़ दिया था। आशंका जताई जा रही है कि चोरी की इसी घटना को लेकर विवाद हुआ है।
यह पूरी घटना चोरी के मामले को लेकर हुई है। आरोपी अमन सिंह के घर में करीब डेढ़ माह पूर्व चोरी हुई थी जिसका मामला सगरा थाने में दर्ज था। पीडि़तों को उक्त युवक पर चोरी का संदेह था जिसकी जानकारी उन्होंने पुलिस को भी दी थी। पुलिस युवक को एक दिन थाने में रखने के बाद छोड़ दिया था। आशंका जताई जा रही है कि चोरी की इसी घटना को लेकर विवाद हुआ है।
अधिकारियों ने पहुंचकर की पूछताछ
इस घटना के बाद पुलिस अधिकारी भी थाने पहुंच गए। डीएसपी हेड क्वार्टर अमर सिंह ने पीडि़त से घटना की जानकारी लेकर आरोपियों से पूछताछ की। उनकी गिरफ्तारी के संबंध में पुलिस ने दूसरे थानों को भी सूचना भिजवाई है।
इस घटना के बाद पुलिस अधिकारी भी थाने पहुंच गए। डीएसपी हेड क्वार्टर अमर सिंह ने पीडि़त से घटना की जानकारी लेकर आरोपियों से पूछताछ की। उनकी गिरफ्तारी के संबंध में पुलिस ने दूसरे थानों को भी सूचना भिजवाई है।
चोरी का माल बरामद करवाने ले जा रहा था युवक
पकड़े गए आरोपी के चाचा अनिल सिंह ने बताया कि उनके घर में करीब डेढ़ माह पूर्व चोरी हुई थी और चोरी का संदेह उक्त युवक पर था। इसकी सूचना उन्होंने पुलिस को भी दी थी लेकिन पुलिस खानापूर्ति के लिए थाने ले आई और छोड़ दिया। गुरुवार की सुबह युवक उनके भतीजे को लेकर चोरी का माल बरामद करवाने अपनी मर्जी से गया था। वे युवक को थाने ही लेकर जा रहे थे लेकिन युवक के परिजनों ने पुलिस को अपहरण की झूठी सूचना दे दी और पुलिस ने बिना तस्दीक के उनको गिरफ्तार कर लिया। इस घटना की निष्पक्ष जांच कराई जाए तो वास्तविकता स्वयं सामने आ जाएगी।
पकड़े गए आरोपी के चाचा अनिल सिंह ने बताया कि उनके घर में करीब डेढ़ माह पूर्व चोरी हुई थी और चोरी का संदेह उक्त युवक पर था। इसकी सूचना उन्होंने पुलिस को भी दी थी लेकिन पुलिस खानापूर्ति के लिए थाने ले आई और छोड़ दिया। गुरुवार की सुबह युवक उनके भतीजे को लेकर चोरी का माल बरामद करवाने अपनी मर्जी से गया था। वे युवक को थाने ही लेकर जा रहे थे लेकिन युवक के परिजनों ने पुलिस को अपहरण की झूठी सूचना दे दी और पुलिस ने बिना तस्दीक के उनको गिरफ्तार कर लिया। इस घटना की निष्पक्ष जांच कराई जाए तो वास्तविकता स्वयं सामने आ जाएगी।
जब पुलिस को देखा तब जान में जान आई
उधर पीडि़त अशोक सिंह चंदेल ने बताया कि वह निजी महाविद्यालय में नौकरी करता है और सुबह काम पर जा रहा था। रास्ते में आरोपी जीप लेकर खड़े थे और पिस्टल लगा कर उसे गाड़ी में बैठा लिया। उसकी आंख में पट्टी बांधकर साथ में ले जा रहे थे। वह काफी डरा हुआ था। सगरा के समीप सभी आरोपी गाड़ी से उतर कर भागने लगे तब उसने आंख से पट्टी हटाई। सामने पुलिस को देखकर उसकी जान में जान आई। आरोपी मुझे कहां लेकर जा रहे थे यह नहीं मालूम है।
उधर पीडि़त अशोक सिंह चंदेल ने बताया कि वह निजी महाविद्यालय में नौकरी करता है और सुबह काम पर जा रहा था। रास्ते में आरोपी जीप लेकर खड़े थे और पिस्टल लगा कर उसे गाड़ी में बैठा लिया। उसकी आंख में पट्टी बांधकर साथ में ले जा रहे थे। वह काफी डरा हुआ था। सगरा के समीप सभी आरोपी गाड़ी से उतर कर भागने लगे तब उसने आंख से पट्टी हटाई। सामने पुलिस को देखकर उसकी जान में जान आई। आरोपी मुझे कहां लेकर जा रहे थे यह नहीं मालूम है।
आरोपियों से पिस्टल जब्त
आबिद खान, एसपी रीवा ने बताया कि युवक के अपहरण की सूचना मिली थी। सगरा पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपियों को पकड़ लिया और युवक को बरामद कर लिया है। आरोपियों से पिस्टल भी जब्त हुई है। उनसे घटना के संबंध में पूछताछ की जा रही है।
आबिद खान, एसपी रीवा ने बताया कि युवक के अपहरण की सूचना मिली थी। सगरा पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपियों को पकड़ लिया और युवक को बरामद कर लिया है। आरोपियों से पिस्टल भी जब्त हुई है। उनसे घटना के संबंध में पूछताछ की जा रही है।