बिजली विभाग द्वारा कियोस्क सेंटरों के माध्यमों से बिजली का बिल जमा कराया जाता है। उपभोक्ताओं द्वारा कियोस्क सेंटर संचालकों के माध्यम से बिल अदा किया गया है लेकिन कियोस्क सेंटर संचालकों ने उसे विभाग के खाते में जमा नहीं किया बल्कि उसका बंदरबांट कर लिया। कियोस्क सेंटर संचालक विनोद कुमार पटेल निवासी नौढिय़ा थाना लौर ने करीब 31 उपभोक्ताओं से 1.86 लाख रुपए वसूल कर उसका बंदरबांट कर लिया। वहीं एक अन्य कियोस्क सेंटर संचालक संजय कुमार पटेल पिता राजकुमार पटेल निवासी बर्रोहा थाना नईगढ़ी ने 84456 रुपए का बंदरबांट किया है।
पूरा मामला उस समय सामने आया जब बिल अदा करने के बाद भी उपभोक्ताओं के बिलों में बकाया राशि दर्ज होकर आ रही थी। उन्होंंने इसकी शिकायत बिजली विभाग के अधिकारियों से की जिस पर पूरे मामले की जांच कराई गई तो पूरा फर्जीवाड़ा सामने आ गया। आनलाइन भुगतान पर डिजिटल रसीद निकलती है लेकिन आरोपी एमपी आनलाइन की शील लगाकर रसीद उपभोक्ताओं को देते थे जिससे बिलों का भुगतान नहीं हो पाता था और राशि वे डकार जाते थे। पुलिस ने दोनों कियोस्क सेंटर संचालकों के खिलाफ धारा 406 का मामला दर्ज किया गया है।