श्रमिको को दिया गया भोजन का पैकेट
एसडीएम हुजूर फरहीन खान ने बताया कि महाराष्ट्र के पनवेल से 1318 श्रमिकों को लेकर शाम को रीवा पहुंची। जिसमें 316 श्रमिक रीवा जिले के हैं। शेष सतना, खरगौन, खंडवा, दतिया, बालाघाट समेत विभिन्न जिले के श्रमिक हैं। सभी के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है। स्टेशन से बाहर निकलते समय श्रमिकों को भोजन का पैकेट दिया जा रहा है।
एसडीएम हुजूर फरहीन खान ने बताया कि महाराष्ट्र के पनवेल से 1318 श्रमिकों को लेकर शाम को रीवा पहुंची। जिसमें 316 श्रमिक रीवा जिले के हैं। शेष सतना, खरगौन, खंडवा, दतिया, बालाघाट समेत विभिन्न जिले के श्रमिक हैं। सभी के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है। स्टेशन से बाहर निकलते समय श्रमिकों को भोजन का पैकेट दिया जा रहा है।
दस टीमों ने की स्क्रीनिंग
स्क्रीनिंग कराई गई। चिकित्सकों की दस टीमें आई हैं। आठ टीमों को लगाया गया है। सबसे पहली बस सतना जिले के लिए रवाना की गई। इसी तरह रीवा जिले के विभिन्न तहसील क्षेत्र के लिए बसों को रवाना किया गया। मेडिकल चेकअप के साथ ही जिलेवार सभी बसों को एक-एक कर देररात तक भेजने का सिलसिला जारी रहा।
स्क्रीनिंग कराई गई। चिकित्सकों की दस टीमें आई हैं। आठ टीमों को लगाया गया है। सबसे पहली बस सतना जिले के लिए रवाना की गई। इसी तरह रीवा जिले के विभिन्न तहसील क्षेत्र के लिए बसों को रवाना किया गया। मेडिकल चेकअप के साथ ही जिलेवार सभी बसों को एक-एक कर देररात तक भेजने का सिलसिला जारी रहा।
महाराष्ट्र से चलने के बाद रीवा में रोकी ट्रेन
महाराष्ट्र से लगभग 1318 श्रमिकों को लेकर रीवा पहुंची ट्रेन रास्ते में किसी भी स्टेशन पर श्रमिकों को नहीं उतारा गया। जिससे प्रदेश के बाहर से आए राज्य के विभिन्न जिले के श्रमिक रीवा आ गए। अधिकारियों ने बताया कि खंडवा, खरगौन, रीवा, सतना, सीधी और शडोहल के श्रमिक सवार हैं। सभी को गेट पर निलकते समय भोजन का पैकेट वितरण किया जा रहा है।
महाराष्ट्र से लगभग 1318 श्रमिकों को लेकर रीवा पहुंची ट्रेन रास्ते में किसी भी स्टेशन पर श्रमिकों को नहीं उतारा गया। जिससे प्रदेश के बाहर से आए राज्य के विभिन्न जिले के श्रमिक रीवा आ गए। अधिकारियों ने बताया कि खंडवा, खरगौन, रीवा, सतना, सीधी और शडोहल के श्रमिक सवार हैं। सभी को गेट पर निलकते समय भोजन का पैकेट वितरण किया जा रहा है।
स्टेशन पर भीड़ का कुंभ
रेलवे स्टेश पर श्रमिकों की भीड़ पहुंचने के बाद भीड़ का कुंभ जैसा नाजरा रहा। रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के साथ ही श्रमिकों की जांच के लिए अलग-अलग कतार लगाई गई है। ट्रेन के डिब्बे में श्रमिक जिलेवार सवार हैं। एक-एक डिब्बे के श्रमिकों को बाहर किया गया।
रेलवे स्टेश पर श्रमिकों की भीड़ पहुंचने के बाद भीड़ का कुंभ जैसा नाजरा रहा। रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के साथ ही श्रमिकों की जांच के लिए अलग-अलग कतार लगाई गई है। ट्रेन के डिब्बे में श्रमिक जिलेवार सवार हैं। एक-एक डिब्बे के श्रमिकों को बाहर किया गया।