जिले में चार दिन से मनरेगा का सर्वर फेल, पोर्टल पर प्रगति शून्य
पंचायतों में काम ठप, चार करोड़ का भुगतान बकाया
Laborers wandering for employment
रीवा. जिले में मनरेगा योजना बेपटरी हो गई है। पंचायतों में काम-काज बंद होने से मजदूर परेशान हैं। हैरान करने वाली बात तो यह कि बीते वित्तीय वर्ष २०१८-१९ को मिलाकर अब तक चार करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान बकाया है। सबसे ज्यादा हनुमना और गंगेव ब्लाक में मटेरियल का भुगतान नहीं हुआ है।
पिछली चार दिनों की प्रगति शून्य
जिले में मनरेगा योजना के तहत काम बंद होने से ग्रामीणों के सामने मजदूरी का संकट खड़ा हो गया है। मनरेगा पोर्टल के अनुसार चालू वित्तीय वर्ष २०१९-२० में पोर्टल पर काम की प्रगति पिछले चार दिन से शून्य बता रही है। हालांकि जिला पंचायत कार्यालय के अनुसार हर रोज हजारों की संख्या में मजदूर काम कर रहे हैं। एमआइएस रिपोर्ट के अनुसार बीते साल साढ़े तीन करोड़ रुपए मटेरियल का भुगतान नहीं हुआ है। जबकि अप्रेल से लेकर अब तक करीब पचास लाख रुपए का भुगतान बकाया हो गया है।
मजूदरों का 80 लाख रुपए से अधिक भुगतान बाकी
जिले में मनरेगा योजना के तहत ८० लाख रुपए से अधिक का भुगतान बकाया हो गया है। श्रमिकों को समय से मजदूरी नहीं मिलने के कारण पंचायतों में काम-काज ठप हो गया है। कुछ पंचायतों को छोड़ दें तो ज्यादातर ग्राम पंचायतों में काम नहीं चल रहा है। पोर्टल के अनुसार जिले में ८० लाख रुपए से अधिक मजदूरों की दिहाड़ी बकाया है।
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