घटना के संबंध में बताया जाता है कि दुआरी ग्राम पंचायत में गुलाब पांडेय के घर के सामने सार्वजनिक शौचालय बना हुआ है। इस शौचालय से गुलाब के परिवार को काफी दिक्कत हो रही थी। ऐसे में उसने गांव के सरपंच नरेंद्र शुक्ला से सार्वजनिक शौचालय गिराने की अनुमति मांगी। इस पर सरपंच ने दो लाख रुपये की रिश्वत की मांग कर दी। इस पर गुलाब ने इसकी शिकायत लोकायुक्त से कर दी।
सोमवार को दिन के 12 बजे सरपंच ने गुलाब को रुपए के साथ समान थाना क्षेत्र के मिश्रा पेट्रोल पम्प पर बुलवाया था। गुलाब 50 हजार नकद और डेढ़ लाख रुपए का चेक लेकर पहुंचा। सरपंच ने रुपए ले लिए मगर चेक लेने से इंकार कर दिया। ये पैसों का लेनदेन चल ही रहा था कि लोकायुक्त की टीम मौके पर पहुंच गई और उन्होंने सरपंच को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से लोकायुक्त द्वारा दिए गए नोट बरामद हुए हैं। सरपंच के खिलाफ लोकायुक्त ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।