मनीष पटेल निवासी होटल लैंडमार्क के पीछे के साथ समान तिराहे पर चार युवकों ने मारपीट की थी। सिर में आई गंभीर चोट की वजह से युवक कोमा में चला गया था जिसकी हालत नाजुक बनी हुई थी। युवक की मौत पर मंगलवार की सुबह अस्पताल में बवाल मच गया था। तड़के से ही अस्पताल में पुलिस बल तैनात हो गया था।
शव को ले जाने से इंकार पोस्टमार्टम के दौरान घटना से आक्रोशित परिजनों सहित अन्य लोगों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए और शव को ले जाने से इंकार कर दिया। सुबह अस्पताल में पूर्व महापौर शिवेन्द्र सिंह, पूर्व जिपं उपाध्यक्ष त्रिवेणी सिंह सहित अन्य लोग अस्पताल पहुंचे और घटना पर विरोध दर्ज कराया।
पीएसआई सहित दो लोगों के नाम सामने अस्पताल में मौजूद एएसपी आशुतोष गुप्ता, शिवकुमार सिंह व एसडीएम केपी पाण्डेय ने परिजनों को समझाइश देकर शांत करवाने का प्रयास किया। मारपीट के इस मामले में समान थाने के पीएसआई सहित दो लोगों के नाम सामने आ रहे थे जिनके खिलाफ मामला दर्ज कर पीडि़त परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग स्थानीय लोग कर रहे थे।
कार्रवाई का आश्वासन पुलिस ने परिजनों को जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया। वहीं मौके पर मौजूद एसडीएम ने मुआवजे के लिए प्रस्ताव तैयार होने की जानकारी दी जिस पर किसी तरह परिजन शव को ले जाने को राजी हुए। अस्पताल में मौजूद लोग पुलिस पर बर्बरता का आरोप लगा रहे थे।
परिजनों ने किया विरोध
अस्पताल से पुलिस जबरदस्ती परिजनों को गाड़ी में बैठाकर शव को रवाना कर दिया। इस दौरान अस्पताल मेंं कुछ लोगों ने शव को रोकने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उनको सफल नहीं होने दिया। बाणसागर के समीप से ही कुछ युवक बाइक में गाडिय़ों के काफिले के आगे चल रहे थे।
अस्पताल से पुलिस जबरदस्ती परिजनों को गाड़ी में बैठाकर शव को रवाना कर दिया। इस दौरान अस्पताल मेंं कुछ लोगों ने शव को रोकने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उनको सफल नहीं होने दिया। बाणसागर के समीप से ही कुछ युवक बाइक में गाडिय़ों के काफिले के आगे चल रहे थे।
मां गाड़ी से उतरी समान तिराहे के समीप मां ने विरोध किया और परिजनों सहित वाहन से नीचे उतर गई। इस दौरान पुलिस ने बाइक में चल रहे युवकों को खदेड़ दिया और शव को लेकर आगे बढ़ गई। पुलिस ने अतिरिक्त वाहनों की व्यवस्था मां सहित परिजनों को अलग-अलग वाहनों से गृहग्राम बंधवा के लिए रवाना किया। इस दौरान युवकों ने जगह-जगह शव वाहन को रोककर विरोध प्रदर्शन का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उनको मौका नहीं दिया।
बुधवार की सुबह होगा अंतिम संस्कार, पुलिस छावनी बना गांव
मंगलवार की दोपहर गांव पहुंचे युवक के शव का अंतिम संस्कार नहीं हो पाया। पीडि़त परिवार के कुछ रिश्तेदार दिल्ली से आ रहे है जिनके देर रात गृहग्राम पहुंचने की उम्मीद है। फलस्वरूप बुधवार की सुबह शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा। पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है और कई थानों का फोर्स तैनात कर दिया गया है। इस दौरान पूर्व विधायक विद्यावती पटेल, मंगू सरदार, जपं उपाध्क्ष नृपेन्द्र सिंह सहित कई जनप्रतिनिधियों ने घर पहुंचकर पीडि़त परिजनों को ढांढस बंधाया।
मंगलवार की दोपहर गांव पहुंचे युवक के शव का अंतिम संस्कार नहीं हो पाया। पीडि़त परिवार के कुछ रिश्तेदार दिल्ली से आ रहे है जिनके देर रात गृहग्राम पहुंचने की उम्मीद है। फलस्वरूप बुधवार की सुबह शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा। पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है और कई थानों का फोर्स तैनात कर दिया गया है। इस दौरान पूर्व विधायक विद्यावती पटेल, मंगू सरदार, जपं उपाध्क्ष नृपेन्द्र सिंह सहित कई जनप्रतिनिधियों ने घर पहुंचकर पीडि़त परिजनों को ढांढस बंधाया।
इस मामले के आरोपियों को पकड़ा जाए। पुलिस की मिलीभगत से इतनी बड़ी घटना हुई है। मारपीट में जिन पुलिसकर्मियों के नाम सामने आए उनके खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया जाए।
सीएल पटेल, पीडि़त परिवार के सदस्य
सीएल पटेल, पीडि़त परिवार के सदस्य
इस पूरे मामले की जांच पुलिस द्वारा की जा रही है। पीडि़त परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग स्वीकार कर ली गई है और प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। जल्द परिवार को सहायता राशि प्राप्त हो जाएगी।
केपी पाण्डेय, एसडीएम हुजूर
केपी पाण्डेय, एसडीएम हुजूर
पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों ने कुछ मांग रखी है। इस पूरे प्रकरण की मैं खुद जांच कर रहा हूं। जो लोग भी घटना के दोषी होंगे उन सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। युवक का अंतिम संस्कार आज नहीं हो पाया है। अहतियात के तौर पर पुलिस बल तैनात है।
आशुतोष गुप्ता, एएसपी रीवा
आशुतोष गुप्ता, एएसपी रीवा