आर्थोपेडिक में स्टाफ की कमी हुई दूर
मेडिकल कालेज में आर्थोपेडिक की पढ़ाई तीन साल पहले चालू कर दी गई थी। एमसीआइ की टीम ने तीन साल के बाद कई बार निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एमसीआइ के सदस्यों ने आर्थोपेडिक में स्टॉफ की कमी के साथ ही इक्विपमेंट की कमी बताई थी। जिसको मेडिकल कालेज ने तीन साल के भीतर पूरा लिया है। मेडिकल कालेज के डीन डॉ. पीसी द्विवेदी ने एमसीआइ के द्वारा बताई गई कमियों को पूरा कर जानकारी भेजी थी।
मेडिकल कालेज में आर्थोपेडिक की पढ़ाई तीन साल पहले चालू कर दी गई थी। एमसीआइ की टीम ने तीन साल के बाद कई बार निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एमसीआइ के सदस्यों ने आर्थोपेडिक में स्टॉफ की कमी के साथ ही इक्विपमेंट की कमी बताई थी। जिसको मेडिकल कालेज ने तीन साल के भीतर पूरा लिया है। मेडिकल कालेज के डीन डॉ. पीसी द्विवेदी ने एमसीआइ के द्वारा बताई गई कमियों को पूरा कर जानकारी भेजी थी।
कर्नाटक के बेल्लारी से आए सदस्य ने देखी व्यवस्थाएं
एमसीआइ ने कर्नाटक के बेल्लारी से प्रोफेसर को आर्थो पेडिक के मापदंड को सत्यापन के लिए भेजा है। बताया गया कि निरीक्षण के दौरान एमसीआइ के पूर्व सदस्यों के द्वारा बताई गई कमियां पूरी मिली। चिकित्सकों ने बताया कि निरीक्षण के दौरान आर्थोपेडिक की परफारमेंस आल इज वेल मिली है। निरीक्षण के दौरान डीन डॉ. पीसी द्विवेदी, आर्थोपेडिक विभाग के डॉ. अमित चौरसिया सहित स्टाफ के अन्य चिकित्सक रहे।
एमसीआइ ने कर्नाटक के बेल्लारी से प्रोफेसर को आर्थो पेडिक के मापदंड को सत्यापन के लिए भेजा है। बताया गया कि निरीक्षण के दौरान एमसीआइ के पूर्व सदस्यों के द्वारा बताई गई कमियां पूरी मिली। चिकित्सकों ने बताया कि निरीक्षण के दौरान आर्थोपेडिक की परफारमेंस आल इज वेल मिली है। निरीक्षण के दौरान डीन डॉ. पीसी द्विवेदी, आर्थोपेडिक विभाग के डॉ. अमित चौरसिया सहित स्टाफ के अन्य चिकित्सक रहे।
पैथालॉजी देखी, मरीजों से की पूछताछ
एमसीआइ के सदस्य ने स्टॉफ की कमी के साथ ही इक्विपमेंट का सत्यापन करने के साथ ही उन्होंने संजय गांधी अस्पताल में आर्थोपेडिक के लिए बनाए गए दो अलग-अलग यूनिटों को भी देखा। दोनों वार्डों को मिलाकर 64 मरीज भर्ती थे। प्रोफेसर ने मरीजों से इलाज के सबंध में जानकारी ली। इसके अलावा जांच लैब और ओपीडी का भी निरीक्षण किया।
एमसीआइ के सदस्य ने स्टॉफ की कमी के साथ ही इक्विपमेंट का सत्यापन करने के साथ ही उन्होंने संजय गांधी अस्पताल में आर्थोपेडिक के लिए बनाए गए दो अलग-अलग यूनिटों को भी देखा। दोनों वार्डों को मिलाकर 64 मरीज भर्ती थे। प्रोफेसर ने मरीजों से इलाज के सबंध में जानकारी ली। इसके अलावा जांच लैब और ओपीडी का भी निरीक्षण किया।