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एमसीआइ के दूत ने मेडिकल कालेज में खंगाले दस्तावेज, जानिए, फिर क्या हुआ

locationरीवाPublished: Apr 05, 2019 12:24:42 pm

Submitted by:

Rajesh Patel

मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था देखने पहुंचे एमसीआइ सदस्य, पैथालॉजी के साथ ही देखा परफारमेंस, स्टाप और इक्विपमेंट का पूरा हुआ मानक

MCI member who came to see the arrangement of medical college

MCI member who came to see the arrangement of medical college

रीवा. श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय में गुरुवार की सुबह मेडिकल कांउसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) के सदस्य निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मेडिकल कालेज के अर्थोपेडिक विभाग (हड्डी विभाग)मापदंडों का सत्यापन किया। एमसीआइ के तहत पूर्व में टीम के निरीक्षण के दौरान सदस्यों ने आर्थोपेडिक के मापदंडों में कमियों को पूरा करने के लिए कहा था। जिसका वेरीफिकेशन किया गया। निरीक्षण के बाद वह मेडिकल कालेज के डीन सहित विभाागाध्यक्ष के साथ बैठक कर रिपोर्ट तैयार की और रिपोर्ट का बंद लिफाफा एमसीआइ को भेज दिया है।
आर्थोपेडिक में स्टाफ की कमी हुई दूर
मेडिकल कालेज में आर्थोपेडिक की पढ़ाई तीन साल पहले चालू कर दी गई थी। एमसीआइ की टीम ने तीन साल के बाद कई बार निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एमसीआइ के सदस्यों ने आर्थोपेडिक में स्टॉफ की कमी के साथ ही इक्विपमेंट की कमी बताई थी। जिसको मेडिकल कालेज ने तीन साल के भीतर पूरा लिया है। मेडिकल कालेज के डीन डॉ. पीसी द्विवेदी ने एमसीआइ के द्वारा बताई गई कमियों को पूरा कर जानकारी भेजी थी।
कर्नाटक के बेल्लारी से आए सदस्य ने देखी व्यवस्थाएं
एमसीआइ ने कर्नाटक के बेल्लारी से प्रोफेसर को आर्थो पेडिक के मापदंड को सत्यापन के लिए भेजा है। बताया गया कि निरीक्षण के दौरान एमसीआइ के पूर्व सदस्यों के द्वारा बताई गई कमियां पूरी मिली। चिकित्सकों ने बताया कि निरीक्षण के दौरान आर्थोपेडिक की परफारमेंस आल इज वेल मिली है। निरीक्षण के दौरान डीन डॉ. पीसी द्विवेदी, आर्थोपेडिक विभाग के डॉ. अमित चौरसिया सहित स्टाफ के अन्य चिकित्सक रहे।
पैथालॉजी देखी, मरीजों से की पूछताछ
एमसीआइ के सदस्य ने स्टॉफ की कमी के साथ ही इक्विपमेंट का सत्यापन करने के साथ ही उन्होंने संजय गांधी अस्पताल में आर्थोपेडिक के लिए बनाए गए दो अलग-अलग यूनिटों को भी देखा। दोनों वार्डों को मिलाकर 64 मरीज भर्ती थे। प्रोफेसर ने मरीजों से इलाज के सबंध में जानकारी ली। इसके अलावा जांच लैब और ओपीडी का भी निरीक्षण किया।
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