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लोकायुक्त कार्यालय पहुंचा डॉक्टर के आलीशान भवन में निजी क्लीनिक के साथ संपत्ति का ब्योरा, चिकित्सकों में हडक़ंप

locationरीवाPublished: Sep 15, 2019 12:53:51 pm

Submitted by:

Rajesh Patel

लोकायुक्त भोपाल ने आवेदक स्वीकार कर दस्तावेज खंगालने शुरू की कार्रवाई, प्राध्यापक ने छिपाई थी कई साल की संपत्ति का ब्योरा

Medical College in rewa

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रीवा. संजय गांधी अस्पताल के चर्मरोग विभाग के विभागाध्यक्ष पर आय से अधिक संपत्ति और भ्रष्ट्राचार की जांच शुरू हो गई। लोकायुक्त समाधान कार्यालय भोपाल के विधि सलाहकार-१ आरके एस गौतम लोकायुक्त ने आवेदन स्वीकार करने के बाद शिकायतकर्ता से शपथपत्र के साथ संपत्तियों का ब्योरा मांगा था। बीते शुक्रवार को लोकायुक्त की टेबल पर शपथपत्र के साथ संपत्तियों का ब्योरा और आलीशान भवन की तस्वीर पहुंचीं है। इधर, संपत्ति ब्योरा की जानकारी नहीं देने मामले में जांच शुरू होने की सूचना से मेडिकल कालेज के अन्य चिकित्सकों में भी हडकंप मचा है।
मेडिकल कालेज के प्रध्यापक की शिकायत
लोकायुक्त समाधान कार्यालय भोपाल के विधि सलाहकार-१ आरके एस गौतम लोकायुक्त के कार्यालय में मेडिकल कालेज के प्राध्यापक की शिकायत पहुंचीं। मामले में लोकायुक्त ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है। लोकायुक्त कार्यालय भोपाल शिकायत पंजी/ क्रमांक १६६६/सी/१९ में लोकायुक्त विधि सलाहकार-१ ने जांच शुरू की है।
16 साल से पदस्थ हैं चर्मरोग विभाग के विभागाध्यक्ष
लोकायुक्त में पंजीकृत की गई शिकायत के अनुसार मेडिकल कालेज एवं एसजीएमच में चर्मरोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. देवेश सारस्वत एमडी चर्मरोग प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष चर्मरोग विभाग श्याम शाह मेडिकल कालेज में 16 साल से पदस्थ हैं। लोकायुक्त से की गई शिकायत में सूचना अधिकार के तहत मेडिकल कालेज से उपलब्ध कराई गई जानकारी में कालेज प्रबंधन ने बताया है कि डॉ. एके सरस्वत के द्वारा शासन को हर साल संपत्ति विवरण की जानकारी नहीं दी गई है। इसके बावजूद मेडिकल कालेज से तनख्वाह जारी होती रही। कालेज के डीन ने आवेदक से बताया है कि जितनी जानकारी उपलब्ध है। उसकी जानकारी सूचना अधिकार के तहत दे दी गई है।
लोकायुक्त ने जांच स्वीकार कर शुरू की जांच
मामले में लोकायुक्त ने आवेदन स्वीकार कर जांच शुरू कर दी है। शिकायतकर्ता सुरेन्द्र पांडेय से संपत्ति ब्योरा का शपथ पत्र मांगा था। मामले में शिकायतकर्ता ने डॉक्टर के नेहरू नगर स्थित आलीशान भवन में निजी क्लीनिक सहित अन्य संपत्तियों का ब्योरा लोकायुक्त कार्यालय को उपलब्ध करा दिया है।
क्लीनिक चला रहे विभागाध्यक्ष
लोकायुक्त के पास पंजीकृत किए गए आवेदन में बताया गया है कि मेडिकल कालेज की ओर से सूचना के अधिकार में दी गई जानकारी में चर्मरोग विभगाध्यक्ष ने नेहरू नगर स्थित प्राइवेट क्लीनिक की जानकारी नहीं दी है। जबकि डॉक्टर मेडिकल कालेज और संजय गांधी में समय कम देते हैं। प्राइवेट क्लीनिक पर अधिकतर समय मरीजों को देखते हैं। जिसकी जानकारी भी विभाग को नहीं दी जा रही है। आलीशान भवन में निजी क्लीनिक के साथ कई कमरे व्यवसायिक उपयोग में लिया जा रहा है।

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