मेडिकल कालेज के वर्ष 2016 और 18 बैच के छात्रों के बीच 9 जुलाई की शाम सात बजे पीटीएस चौराहे पर साहपाठी भरतराम, अमित धाकड़, हर्षित कराड़े, धर्मपाल सिंह, शशांक पांडेय, विकास सिसोदिया के साथ चाय पीने के लिए गए थे। इस बीच हॉस्टल के दर्जनों की संख्या में छात्र आए और प्रांशू की पिटाई करने लगे। जब तक वहां पर बैठे छात्र कुछ समझ बाते कि मारपीट में शामिल छात्रों ने प्रांशू की लात-घूसे, मुक्के आदि से पिटाई कर दी। जिससे प्राश्ंाू के शरीर में गहरी चोटें आई हैं। मारपीट में घायल प्राशू सिंह चौहान को संजय गांधी अस्पताल के सर्जरी वार्ड में भर्ती कराया गया है। बुधवार को छात्रों ने इसकी जानकारी चीफ वार्डन डॉ. मनोज इंदुलकर को दी। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इससे गुरुवार को पीडि़त छात्र के समर्थन में सैकड़ों की संख्या में छात्र मेडिकल कालेज के डीन डॉ. पीसी द्विवेदी से मिलने पहुंचे। छात्रों की सूचना के बावजूद डीन छात्रों से मिलने को तैयार नहीं हुए। उन्हें सूचना दिया कि अभी वह आयुष्मान की समीक्षा को लेकर बैठक में हैं। डीन के नहीं मिलने पर छात्र डीन कार्यालय के सामने ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान मेडिकल कालेज के शिक्षक छात्रों के पास पहुंचे तो छात्रों ने सीनियर छात्रों पर मारपीट कराने का आरोप लगाया। घंटेभर छात्र धरने पर बैठे गए। पीडि़त के समर्थन में आए छात्र यह कहकर धरना खत्म किया कि कालेज स्तर पर डीन सीनियर छात्रों के खिलाफ जल्द कार्रवाई करें। कार्रवाई नहीं होने पर एफआइआर दर्ज कराने के लिए तहरीर दी जाएगी। न्याय के लिए छात्र आंदोलन करेंगे।
पीडि़त के समर्थन में डीन कार्यालय पहुंचे छात्रों ने आरोपी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मामले में पीडि़त छात्र के पिता तेजभान सिंह ने मेडिकल कालेज के डीन को आवेदन देकर बेटे की पिटाई करने वाले छात्रों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने की मांग उठाई है। आवेदन के अनुसार वर्ष 2016 बैच के मेडिकल छात्र विकास ङ्क्षसह, वर्ष 2017 के छात्र क्षितिज ङ्क्षसह सहित अब्दुल अहमद फिरोजी, पृथ्वीदांगी, किरोन डीशिरा, सुजस मोदी, भूपेन्द्र सिंह, विनोद मोवेल, शुभम पटेल, अविनाश मीना, पराग सोनकर, द्रोण ङ्क्षसह, डुर्गोग पंगम, तनमय मालवीय, अरुण कुमार गौतम आदि के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग उठाई है।
बीच बचाव में आए छात्र भी चोटिल
पीटीएस चौराहे पर छात्रों के दो गुटों में मारपीट के दौरान बीच बचाव कर रहे कई अन्य छात्र भी चोटिल हो गए हैं। गंभीररूप से घायल प्रांशू का ही मामला प्रकाश में आया है। साथ में मौजूद दोनों पक्ष के छात्र चोटिल हुए हैं। गंभीरूप से घायल का मामला तूल पकडऩे लगा है।
छात्रों के प्रदर्शन के दौरान कुछ छात्रों ने रैगिंग की भी आशंका जताई है। कई छात्र यह कह रहे थेकि आए दिन वर्ष 2016 बैच के छात्र वर्ष 2018 के छात्रों के साथ अभद्र व्यवहार करते हैं। यह पहला मामला नहीं है, जब पीटीएस चौराहे पर मारपीट हुई। हालांकि मेडिकल कालेज के शिक्षकों का तर्क है कि इस कालेज में रैगिंग की शिकायत कभी नहीं रही। कालेज के बाहर का आपसी झगड़ा है।
मामला हमारे संज्ञान में नहीं आया है, डॉ. मनोज इंदुलकर चीफ वार्डन हैं। अगर यह मामला मेरे पास आता है तो बतौर डीन मामले की जांच कराएंगे। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. पीसी द्विवेदी, डीन, मेडिकल कालेज