जिले में पत्थर, पटिया और गिट्टी का ओवरलोड परिवहन बेखौफ किया जा रहा है। पखवाड़ेभर पहले चिल्ला बाजार में व्यापारी और ग्रामीण ओवरलोड परिवहन के विरोध के लिए सडक़ पर उतरे तो एक दर्जन ट्रक पकड़े गए। पकड़े गए वाहनों को मामूली जुर्माना कर छोड़ दिया गया। चाकघाट बार्डर और सोहागी पहाड़ पर स्थित आरटीओ चेकपोस्ट के रेकॉर्ड के अनुसार रीवा-प्रयागराज हाइवे पर हर रोज 300 से अधिक ट्रक खनिज का ओवरलोड परिवहन कर रहे हैं। प्रति ट्रक पर स्वीकृत लोड का दो गुना से ज्यादा खनिज का परिवहन किया जा रहा है।
चाकघाट थाने के सामने जाम में फंसा ट्रक नंबर (एमपी-17 एनएच २८४७) पर ओवरलोड गिटटी रहा। पुलिस वालों के पूछने पर ट्रक चालको ने जवाब दिया 50 टन से ज्यादा गिट्टी लोड है। जबकि परमिट अधिकतम ३५ टन की है। बृहस्पतिवार दोपहर चाकघाट बार्डर से लेकर सोहागी तक 180 से अधिक ट्रक दोपहर में खड़े रहे। शाम होते ही संख्या दो गुना से अधिक हो जाती है। चालकों ने बताया कि यूपी की नो-इंट्री खुलने के बाद आगे बढ़ जाएंगे। प्रतिदिन यदि 300 ट्रकों के परिवहन का औसत जिला जाए तो माह के तीस दिन में 9 हजार ट्रक खनिज का ओवरलोड परिवहन कर रहे हैं। जिला मुख्यालय से लेकर चाकघाट बार्डर तक करीब अस्सी किमी के बाद यूपी में प्रवेश करते हैं।
इस बीच दर्जनभर थाने, पांच तहसीले और आरटीओ बैरियर पर अधिकारी-कर्मचारी बैठे हैं। इसके बाद भी अफसरों को ओवरलोड नहीं दिखाई दे रहा है। हैरान करने वाली बात तो यह कि जिला टॉस्क फोर्स कमेटी में कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को संयुक्तरूप से मातहत अधिकारियों के साथ कार्रवाई करना है। लेकिन, दोनों अफसरों ने अभी तक ओवरलोड खनिज परिवहन पर अभियान चलाकर कार्रवाई नहीं की है।
ट्रकों पर यदि 15 घनमीटर प्रतिदिन खनिज का अतिरिक्त परिवहन किया जा रहा है तो हर ट्रक 1500 रुपए रायल्टी की चोरी कर रहा है। हर रोज अगर 300 ट्रकों पर खनिज का अतिरिक्त परिवहन का औसत लिया जाए तो प्रतिदिन 4.90 लाख रुपए रायल्टी की चोरी हो रही है। इस तरह से हर खजाने को हर माह यानी तीस दिन में 1.30 करोड़ रुपए से ज्यादा रायल्टी की चोरी हो रही है।
जिले के चिल्ला में पखवाड़ेभर पहले व्यापारियों के विरोध पर ओवरलोड खनिज का परिवहन करने वाले एक दर्जन ट्रक पकड़े गए थे। जिसमें आधा दर्जन ट्रक पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष चाकघाट के पकड़े गए थे।