बदमाश पिकअप वाहन लेकर आए थे और चुपके से घर बाहर बंधी दोनों भैंसों को खोल लिया। इस दौरान भैंसे के चिल्लाने की आवाज सुनकर पीडि़त की मां जग गई। मां ने बाहर आकर देखा तो दो बदमाश उसकी भैंस खोलकर ले जा रहे थे। महिला ने शोर मचाया तो अंदर सो रहे पीडि़त की नींद खुल गई। बदमाश भैंसों को पिकअप वाहन में लोड करके ले जा रहे थे। युवक ने गाड़ी से उनका पीछा कर लिया और गांव से बाहर उनकी गाड़ी के सामने अपनी बाइक लगाकर रोकने का प्रयास किया।
बदमाशों ने पीडि़त पर डंडे से हमला कर दिया जिससे वह खून से लथपथ हालत में वहीं गिर पड़ा। बेखौफ बदमाश भैंसों को लेकर फरार हो गए। तडक़े इस घटना से गांव में अफरा-तफरी का माहौल निर्मित हो गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई जिसने बदमाशों को पकडऩे के लिए सभी थानों को सूचना भिजवाई। हालांकि बदमाशों का कोई पता नहीं चला। पुलिस ने घायल को उपचार के लिए अस्पताल भिजवा दिया। घटना में उसी गिरोह का हांथ होने की आशंका जताई जा रही है जो सिलसिलेवार तरीके से मवेशियों की चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे है। यह गिरोह तराई में आतंक का पर्याय बन चुका है।
बदमाशों ने पीडि़त पर हमला कर उसकी दो भैंसे ले गए। पीडि़त की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। बदमाशों की तलाश में संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। गिरोह से जुड़ी जो जानकारियां मिली है उसके आधार पर बदमाशों को ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है।
प्रदीप सिंह, थाना प्रभारी जनेह