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मानसून ने उपज की तौल में डाला खलल, अब 22 मार्च से किसानों के चना-सरसो की होगी तौल

locationरीवाPublished: Mar 17, 2021 10:02:43 am

Submitted by:

Rajesh Patel

जिले में 71 हजार से अधिक किसानों का पंजीयन, 15 मार्च से नहीं चालू हो सकी चना-सरसो की तौल, एक अप्रैल से गेहूं तौल की डेडलाइन

105 crores reached in farmers' accounts during Corona period in bhilwara

105 crores reached in farmers’ accounts during Corona period in bhilwara

रीवा. जिले में समर्थन मूल्य की तैयारियां जोरों पर हैं। खराब मानसून और केन्द्रों की कागजी प्रक्रिया पूरी नहीं होने के चलते चना, मसूर और सरसो की तिथि 15 मार्च से तौल चालू करने की तिथि बढ़ाकर 22 फरवरी कर दी गई। जबकि एक अप्रैल से गेहूं की तौल शुरू करने की डेडलाइन दी गई है। तैयारियां अभी कागजी प्रक्रिया में उलझी हुई हैं। इसकी समीक्षा के लिए बुधवार को पीएस खाद्य आएंगे। समीक्षा की तैयारी का विभागीय अधिकारियों ने ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है। समीक्षा के बाद पीएस खाद्य तैयारी को हरींझंडी देंगे।
विभाग ने फसल नहीं तैयार होने दिया फीडबैक
जिले में जिला प्रशासन की समीक्षा के बाद भी विभागीय अधिकारी समर्थन मूल्य की तैयारियों को लेकर फिसड्डी है। जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते चना, मसूर और सरसो की तौल निर्धारित समय पर चालू नहीं की जा सकी है। शासन ने अब चना, मसूर और सरसो की तौल के लिए 22 मार्च को तिथि निर्धारित किया है। बताया गया कि चना, मसूर और सरसो के तैयारियों के लिए निर्धारित केन्द्रों पर तौल की व्यवस्था नहीं हो सकी। जिससे तिथि बढा दी गई। इधर, अधिकारियों ने जिला प्रशासन को फीडबैक दिया कि अभी चना, मसूर और सरसो की फसल तैयार नहीं हो सकी है। गेहूं की फसल भी होली बाद तैयार होने की संभावना है।
चना, मसूर की तौल को 14 केन्द्रो को हरीझंडी
जिले में जिला प्रशासन ने चना, मसूर और सरसो की तौल के लिए 18 केन्द्र प्रस्तावित किया है। जिसमें 14 केन्द्रों की व्यवस्था फाइनल हो गई है। मौसम खराब होने और फसल तैयार नहीं होने को लेकर तौल की तिथि बढ़ा दी गई है।
गेहूं के 90 केन्द्र फाइनल, अभी 34 की प्रक्रिया बाकी
समर्थन मूल्य पर गेहूं तौल के लिए चालू सीजन में 124 केन्द्र प्रस्तावित हैं। जिसमें 90 की प्रक्रिया करीब-करीब पूरी हो गई है। जबकि अभी 34 केन्द्रों की कागजी प्रक्रिया अधूरी है। बताया गया कि कलेक्टर के आदेश के बाद भी जिला खाद्य नियंत्रक कार्यालय में समर्थन मूल्य में लगे बाबुओं की मनमानी के चलते कागजी प्रक्रिया अधूरी है। जिससे तौल केन्द्र फाइनल नहीं हो सके हैं।
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