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जिले के 60 से अधिक स्कूलों में नहीं है प्रयोगशाला, अब चलित लैब से होगा छात्रों का प्रैक्टिकल

locationरीवाPublished: Dec 09, 2019 06:26:12 pm

Submitted by:

Anil singh kushwah

चलित लैब रथ को कलेक्टर ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

Practical examination is also compulsory for 12th Board Improvement

Practical examination is also compulsory for 12th Board Improvement

रीवा. जिले में कक्षा 10वीं और 12वीं की 60 स्कूलों में प्रयोगशाला नहीं हैं। ऐसे में इन विद्यालयों में प्रैक्टिकल कराने के लिए चलित लैब का नवाचार किया जा रहा है। यह चलित लैब लेकर शिक्षक विद्यालयों में जाकर छात्रों को प्रैक्टिकल कराएंगे। शनिवार को मार्तंड क्रमांक-1 एक्सीलेंस विद्यालय से लैब रथ को कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है। इस दौरान जिपं सीइओ अर्पित वर्मा, संयुक्त संचालक शिक्षा अंजनी त्रिपाठी, डीइओ आरएन पटेल व प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी भारती श्रीवास्तव उपस्थित रहीं।
प्रयोगशाला विहीन विद्यालय में अब चलित प्रयोगशाला जाएगी
कलेक्टर ने कहा, चलित प्रयोगशाला प्रतिदिन एक प्रयोगशाला विहीन विद्यालय में जाएगी। इसमें प्रायोगिक उपकरणों के साथ ही भौतिक, रसायन तथा जीवशास्त्र के शिक्षक होंगे, जो दिनभर उस विद्यालय के छात्रों को प्रयोग कराएंगे। प्रयोगशाला का आगामी तीन माह का कार्यक्रम तैयार कर लिया गया है। कलेक्टर ने डीइओ को निर्देश दिया है कि चलित प्रयोगशाला में शिक्षक नियमित रूप से छात्रों को प्रयोग कराएं, ताकि वे पूर्णरूप से दक्ष एवं पारंगत हो जाएं और उन्हें प्रयोग करने में कठिनाई न आए। विभाग ने छात्रों को जुलाई से ही प्रैक्टिकल नियमित कराने का निर्देश दिया है। इस नवाचार के परिणाम को देखने के बाद अन्य जिलों में पालन कराने स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया है।
शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने हों प्रयास
मार्तंड क्रमांक 1 की वार्षिक योजना की बैठक में कलेक्टर ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। शिक्षक परीक्षा परिणामों को सर्वोत्कृष्ट लाने के लिए निर्धारित पांच मापदंडों के अनुसार समर्पित होकर छात्रों को अध्ययन कराएं।
रात में छात्रों को दिखाएं ग्रह तारा
कलेक्टर ने उत्कृष्ट विद्यालयों में स्थापित अटल टैकरिंग लैब का उपयोग छात्रों के लिए नहीं कराने पर फटकार लगाई है। साथ ही छात्रों को रात्रि में 8 बजे बुलाकर टैलिस्कोप की मदद से ग्रहों एवं तारों की जानकारी देने के निर्देश दिए हैं। वहीं डीइओ की मांग पर उत्कृष्ट विद्यालय मार्तण्ड एक के समय में परिवर्तन कर प्रात: 9 बजे से अपरान्ह 3.30 बजे तक लगाने के निर्देश दिए। साथ ही स्कूल की समस्त टूटी सीट को ठीक कराने के लिए 5 लाख रुपए का आवंटन उपलब्ध कराने की सहमति दी।
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