चाकघाट से मनगवां के बीच 100 से अधिक हादसे:
इस साल रीवा-प्रयागराज हाईवे पर मनगवां से चाकघाट के बीच 132 दुर्घटनाएं हुईं। इसमें 69 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी तरह रीवा से मनगवां के बीच भी दो दर्जन से अधिक दुर्घटनाओं में करीब आधा दर्जन से अधिक लोगों के मरने की जानकारी है।
3-ई सॉल्यूशन पर ध्यान देने की जरूरत
इंजीनियरिंग कॉलेज रीवा के विभागाध्यक्ष (सिविल), डॉ. आरपी तिवारी बताते हैं कि सड़कों पर लगातार हो रही दुर्घटनाएं 3-ई सॉल्यूशन की थ्योरी के जरिए रोकी जा सकती हैं। इस थ्योरी में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के सुझाव दिए गए हैं। इसमें इंजीनियरिंग, एजुकेशन व इनफोर्समेंट शामिल हैं। इसका मतलब है कि सड़कें मानक के हिसाब से बनाई जाएं, लोगों में रोड सेफ्टी नियम के लिए शिक्षा जागरूकता व सड़क सुरक्षा के नियमों को कड़ाई से लागू करने के बाद रोका जा सकता है।
ब्लैक स्पॉट में सुधार के प्रयास नहीं
रीवा-चाकघाट के बीच हाईवे पर करीब दर्जनभर से अधिक दुर्घटना के ब्लैक स्पॉट हैं, जहां आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं। इसमें रामनई, चोरगड़ी, बेलवा पैकान, मनगवां बायपास, गंगेव, तेंदुआ मोड़, टिकुरी, कलवारी मोड़, कटरा बायपास, सोहागी पहाड़ सहित कई अन्य हैं। इसमें सोहागी सहित तीन स्थानों पर प्रशासन ने कुछ कार्य कराए हैं, लेकिन वह पर्याप्त नहीं हैं।
कलेक्टर कर रहे हैं जांच
संभागायुक्त अनिल सुचारी बताते हैं कि हाईवे पर लगातार हो रही दुर्घटनाओं को लेकर हम सब चिंतित हैं। घटना स्थल का निरीक्षण भी किया था। कलेक्टर पूरे मामले की जांच करा रहे हैं। रिपोर्ट आने के बाद इसके लिए और क्या हो सकता है उस पर समीक्षा की जाएगी। इसे रोकने का काम होगा।
हादसे की प्रमुख वजह
तकनीकी खराबी: सोहागी पहाड़ पर सड़क में तकनीकी खराबी है। यहां मोड़ पर डिजाइन सही नहीं है। वाहनों के टायरों की लीक से सड़क धंसने से हादसे हो रहे हैं।
पर्याप्त बोर्ड नहीं: सड़क पर पर्याप्त साइन बोर्ड नहीं हैं। इससे आगे बस्ती व बाजारों की जानकारी चालकों को नहीं होती और रफ्तार में हादसे होते हैं।
सड़क पर स्टॉपेज: सड़क किनारे ढाबे व दुकानों के सामने चाकघाट तक ट्रक सड़क पर खड़े रहते हैं। तेज रफ्तार वाहन इनसे टकरा रहे हैं।
दूसरी सड़कों के जोड़: फोरलेन से अन्य सड़कों को मिलाने वाले स्थानों का मानक तय है। इनका पालन हो रहा। गांवों को जोड़ने वाली सड़कों पर हादसे हो रहे हैं।
अनाधिकृत कट्स: हाईवे पर एक से दूसरी ओर जाने के लिए तय स्थानों पर कट्स हैं, लेकिन रीवा से चाकघाट के बीच कई जगह अवैध कट्स बने हैं।