सड़क के किनारे बच्चे के रोने की आवाज सुनकर जब स्थानीय लोग पहुंचे तो नवजात शिशु देखकर उनके होश उड़ गए। कपड़ों में लिपटा नवजात पड़ा हुआ था। स्थानीय लोगों की सूचना पर डायल 100 पुलिस मौके पर पहुंच गई। उसको उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया है। उसकी उम्र एक दिन की बताई जा रही है। आशंका जताई जा रही है कि शुक्रवार की रात ही उसका जन्म हुआ है और दोपहर सूनसान देखकर महिला ने उसे सड़क के किनारे छोड़ दिया। धूप से शिशु का पूरा शरीर झुलस गया था और उसके शरीर में जलने के निशान बन गए थे। फिलहाल उसे संजय गांधी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है जहां बच्चा वार्ड में उसका इलाज कराया जायेगा।
उक्त शिशु को जिस समय अस्पताल लाया गया तो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में ताला बंद था। इसकी सूचना मिलते ही क्षेत्रीय विधायक प्रदीप पटेल अस्पताल पहुंच गये और चिकित्सकों को सूचना दी। घटना की सूचना बीएमओ को दी जिसके बाद बीएमओ अस्पताल पहुंचे और उसका इलाज किया। विधायक ने अस्पताल बंद होने की घटना पर नाराजगी व्यक्त की है। कहा कि स्वस्थ्य अमले की यह लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।