महिलाएं खून की कमी से पीडि़त, इस लिए बढ़ रहा कुपोषण
कमिश्नर ने कहा कि आज हमारे देश में बहुत सी महिलाएं खून की कमी से पीडि़त हैं। इसके कारण कुपोषित बच्चों की संख्या बढऩे की संभावना रहती है। जन्म लेने वाले बच्चों को एक घंटे के भीतर स्तनपान जरूर कराएं। उन्हें मां का गाढ़ा पीला दूध जरूर पिलाएं जो जन्म देने वाली महिलाओं को शुरू के तीन दिन तक ही बनता है। उन्होंने कहा कि बच्चे के गर्भ में आने से लेकर एक हजार दिनों का समय उसके लिए सुनहरा समय होता है। इस दौरान बच्चों की परवरिश पर बहुत ध्यान देना जरूरी होता है। कमिश्नर ने स्वच्छता पर बल दिया। कमिश्नर ने प्रशिक्षण केन्द्र में हाथकरघा द्वारा वस्त्र निर्माण इकाई का निरीक्षण किया।
कमिश्नर ने कहा कि आज हमारे देश में बहुत सी महिलाएं खून की कमी से पीडि़त हैं। इसके कारण कुपोषित बच्चों की संख्या बढऩे की संभावना रहती है। जन्म लेने वाले बच्चों को एक घंटे के भीतर स्तनपान जरूर कराएं। उन्हें मां का गाढ़ा पीला दूध जरूर पिलाएं जो जन्म देने वाली महिलाओं को शुरू के तीन दिन तक ही बनता है। उन्होंने कहा कि बच्चे के गर्भ में आने से लेकर एक हजार दिनों का समय उसके लिए सुनहरा समय होता है। इस दौरान बच्चों की परवरिश पर बहुत ध्यान देना जरूरी होता है। कमिश्नर ने स्वच्छता पर बल दिया। कमिश्नर ने प्रशिक्षण केन्द्र में हाथकरघा द्वारा वस्त्र निर्माण इकाई का निरीक्षण किया।
दीवारों पर अच्छे विचार लिखवाने पर बल
कमिश्नर ने प्रशिक्षण केन्द्र की आवासीय परिसर का भी जाएजा लिया। जिसमें मच्छरजाली, बाउंड्रीबाल, अच्छे विचार दीवारों पर लिखवाने, टॉयलेट की व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दिए। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता एवं खाद्य सामग्री का भी निरीक्षण किया। इसके इसके बाद कमिश्नर ने ग्राम जोरी में अक्षर अगरवत्ती निर्माण सहकारी समिति का निरीक्षण किया। उन्होंने स्वसहायता समूह की महिलाओं से निर्मित किए विभिन्न उत्पादों की जानकारी ली। उन्होंने स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा खेतों में लगाई गई सब्जी एवं अन्य फसलों के उत्पादन का भी जायजा लिया। इस अवसर पर संभागीय समन्वयक मप्र डे-राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन प्रदीप दुबे, जिला प्रबंधक सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
कमिश्नर ने प्रशिक्षण केन्द्र की आवासीय परिसर का भी जाएजा लिया। जिसमें मच्छरजाली, बाउंड्रीबाल, अच्छे विचार दीवारों पर लिखवाने, टॉयलेट की व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दिए। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता एवं खाद्य सामग्री का भी निरीक्षण किया। इसके इसके बाद कमिश्नर ने ग्राम जोरी में अक्षर अगरवत्ती निर्माण सहकारी समिति का निरीक्षण किया। उन्होंने स्वसहायता समूह की महिलाओं से निर्मित किए विभिन्न उत्पादों की जानकारी ली। उन्होंने स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा खेतों में लगाई गई सब्जी एवं अन्य फसलों के उत्पादन का भी जायजा लिया। इस अवसर पर संभागीय समन्वयक मप्र डे-राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन प्रदीप दुबे, जिला प्रबंधक सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।