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गुढ़़ में लगे उद्योग तो दूर हो बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा सुधरे

locationरीवाPublished: Sep 19, 2018 01:12:36 pm

Submitted by:

Lokmani shukla

जन घोषण पत्र2018 23 : गुढ़ विधानसभा के लिए आमजन ने बताई प्राथमिकताएं

MP Election 2018, assembly election Gurh 2018

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रीवा । विधानसभा चुनाव को लेकर राजनैतिक दलों में विकास के दावों और वादों की होड़ लग गई है। पार्टियां अपनी प्राथमिकताएं गिना रही हैं, लेकिन जनता से संवाद उनके मुद्दों पर जोर नहीं दे रही हैं। ‘पत्रिका ने चेंजमेकर्स अभियान के तहत जन एजेंडा 2018-23 की शुरुआत की है। इसमें विधानसभा क्षेत्र की जनता से सीधे संवाद कर उनकी राय पूछी जा रही है। सोमवार को गुढ़ विधानसभा के टीकर पंचायत में बैठक कर ग्रामीणों की राय जानी गई। बैठक में बड़ी संख्या में किसान, समाजसेवी व स्थानीय लोगों ने अपनी समस्याएं रखने के साथ ही मुद्दे बताए। ग्रामीणों ने कहा कि बेरोजगारी के चलते क्षेत्र से पलायन हो रहा है। बड़ी संख्या में यहा बाक्साइड खनिज की खदानें हैं लेकिन एक भी उद्योग नहीं लगे। बढ़ती बेरोजगारी के कारण बड़ी संख्या में लोग महाराष्ट्र, गुजरात जा रहे हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य की सेवा बदतर है। गुढ़ विधानसभा विकास के मामले में पिछड़ा गया है। कई गांवों में सड़क और सार्वजनिक परिवहन की सुविधा नहीं है। इसके अलावा स्थानीय समस्याओं की भरमार है। यहां जो विकास कार्य हुए उनका लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। बीस साल तीन नल जल परियोजनाएं कागजों में चल रही हंै। बैठक में शंकर गुप्ता, वसंत कुमार शर्मा, पंचराज सिंह, रामनारायण श्ुाक्ला, गणेश प्रसाद केवट, चंद्रकांत पयासी, लालमन विश्वकर्मा, हीरामणि पटेल, तकसीन खान, शेषमणि पटेल, जगदीश पटेल, जयशंकर त्रिपाठी, भीम सेन नापित, राजेन्द्र मिश्रा सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोग शामिल रहे।
बदहाल पड़ी हैं सड़कें
गुढ़ विधानसभा की सड़कें बदहाल हैं। पिछले पांच साल में सड़क और बिजली को लेकर कई बार लोगों ने आंदोलन किया। यहां विश्व का सबसे बड़ा सोलर प्लांट लगा लेकिन क्षेत्र के लोगों खास लाभ नहीं मिला। घरों में बिजली की समस्या भी बरकरार है।
लोगों की बेबाक राय
शंकरगुप्ता, व्यापारी : यहां सड़कों की हालत बहुत खराब है। सरकार ने सड़क बनाने के लिए पैसा दिया, लेकिन इसके बाद भी काम प्रांरभ नहीं हुआ। जो सड़कें बनी वो भी वह कुछ महीनों के बाद ही बदहाल हो गई हैं।
बसंत कुमार शर्मा, समाजेसवी : क्षेत्र में विटरनरी औषधालय की आवश्यकता है। इसकी लंबे समय से मांग की जा रही है। उच्च शिक्षा के लिए कॉलेज नहीं होने से लड़कियों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है।
पंचराज सिंह, समाजसेवी : यहां बिजली की समस्या बनी रहती है। एक सब स्टेशन सेंटर की बनाया गया, लेकिन आए दिन फाल्ट के कारण विद्युत आपूर्ति बाधित रहती है। जले हुए ट्रांसफार्मर भी नहीं बदले जा रहे हंै।
रामनारायण शुक्ला, किसान : सबसे बड़ी समस्या सहकारी समिति का गोदाम नहीं होने से खाद लेने शहर या फिर २० किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। भंडारण की भी कोई व्यवस्था नहीं है।

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