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चुनाव में लटकी पांच हजार महिलाओं की प्रसूति सहायता राशि

locationरीवाPublished: Nov 30, 2018 12:59:50 pm

Submitted by:

Rajesh Patel

संजय गांधी हॉस्पिटल में अक्टूबर माह के 800 से अधिक महिलाओं के खाते में नहीं पहुंचीं सहायता

MP election 2018: Deliveries of five thousand women in the election

MP election 2018: Deliveries of five thousand women in the election

रीवा. जिले में जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते महिला हितग्राहियों के खाते में प्रसूति सहायता राशि नहीं पहुचीं। विभागीय अधिकारी लाभार्थियों को चुनाव प्रक्रिया का तर्क देकर उन्हें जल्द खाते में प्रसूति राशि पहुंचने का दिलासा दिला रहे हैं। जिले में पांच हजार से अधिक प्रसूति महिलाएं खाते में सहायता राशि आने का इंतजार कर रही हैं। इसमें एक हजार से ज्यादा महिलाएं संजय गांधी अस्पताल की शामिल हैं।
अक्टूबर से नवंबर तक
जिले की सीएचसी-पीएचसी, संजय गांधी हॉस्पिटल के गायनी विभाग में प्रसव कराने पहुंचीं महिलाओं को अक्टूबर और नवंबर माह की प्रसूति सहायता राशि खाते में नहीं पहुंचीं। स्वास्थ्य विभाग और संजय गांधी अस्पताल को मिलाकर पांच हजार से अधिक महिलाओं को जननी सुरक्षा और मुख्यमंत्री सहायता राशि दी जानी है। गुरुवार दोपहर बाद करीब तीन बजे अस्पताल के सीएमएचओ डॉ. यत्नेश त्रिपाठी को आवेदन देकर प्रसूति सहायता राशि दिलाने का आग्रह किया। उन्होंने आवश्वासन दिया कि जल्द खाते में राशि पहुंच जाएगी। प्रक्रिया में चल रहा है।
जीएमएच में भटक रहीं 800 महिलाएं
संजय गांधी अस्पताल के रेकॉर्ड के अनुसार अक्टूबर माह के 800 महिलाओं को प्रसूति राशि नहीं पहुंची । जबकि नवंबर माह में भी इतनी ही संख्या की लिस्ट तैयार हो गई है। इसी तरह सीएचसी, पीएचसी सहित अन्य प्रसव केन्द्रों पर पहुंचीं गर्भवती महिलाओं को जननी सुरक्षा योजना एवं संबल योजना के तहत मुख्यमंत्री प्रसूति सहायता राशि योजना से जुड़ी राशि नहीं पहुंचीं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने चुनाव प्रक्रिया के बहाने राशि खाते में नहीं भेजी है। प्रसूति राशि का बजट बैंक में पड़ा हुआ है।
अप्रैल से सितंबर तक साढ़े चार करोड़ रुपए जारी करने का दावा
सीएमएचओ डॉ आरएस पांडेय का दावा है कि जिले में अप्रैल से लेकर सितंबर माह तक जननी सुरक्षा योजना व मुख्यमंत्री प्रसूति सहायता योजना से महिलाओं के खाते में साढ़े चार करोड़ रुपए की राशि भेजी जा चुकी है। सीएमएचओ ने बताया कि कार्यालय के ज्यादातर कंप्यूटर आपरेटर चुनाव की प्रक्रिया में कलेक्ट्रेट चले गए हैं। अक्टूबर से अब तक प्रक्रिया प्रभावित है, चुनाव कार्यालय से रिलीज होते ही खाते में राशि भेज दी जाएगी।

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