अक्टूबर से नवंबर तक
जिले की सीएचसी-पीएचसी, संजय गांधी हॉस्पिटल के गायनी विभाग में प्रसव कराने पहुंचीं महिलाओं को अक्टूबर और नवंबर माह की प्रसूति सहायता राशि खाते में नहीं पहुंचीं। स्वास्थ्य विभाग और संजय गांधी अस्पताल को मिलाकर पांच हजार से अधिक महिलाओं को जननी सुरक्षा और मुख्यमंत्री सहायता राशि दी जानी है। गुरुवार दोपहर बाद करीब तीन बजे अस्पताल के सीएमएचओ डॉ. यत्नेश त्रिपाठी को आवेदन देकर प्रसूति सहायता राशि दिलाने का आग्रह किया। उन्होंने आवश्वासन दिया कि जल्द खाते में राशि पहुंच जाएगी। प्रक्रिया में चल रहा है।
जिले की सीएचसी-पीएचसी, संजय गांधी हॉस्पिटल के गायनी विभाग में प्रसव कराने पहुंचीं महिलाओं को अक्टूबर और नवंबर माह की प्रसूति सहायता राशि खाते में नहीं पहुंचीं। स्वास्थ्य विभाग और संजय गांधी अस्पताल को मिलाकर पांच हजार से अधिक महिलाओं को जननी सुरक्षा और मुख्यमंत्री सहायता राशि दी जानी है। गुरुवार दोपहर बाद करीब तीन बजे अस्पताल के सीएमएचओ डॉ. यत्नेश त्रिपाठी को आवेदन देकर प्रसूति सहायता राशि दिलाने का आग्रह किया। उन्होंने आवश्वासन दिया कि जल्द खाते में राशि पहुंच जाएगी। प्रक्रिया में चल रहा है।
जीएमएच में भटक रहीं 800 महिलाएं
संजय गांधी अस्पताल के रेकॉर्ड के अनुसार अक्टूबर माह के 800 महिलाओं को प्रसूति राशि नहीं पहुंची । जबकि नवंबर माह में भी इतनी ही संख्या की लिस्ट तैयार हो गई है। इसी तरह सीएचसी, पीएचसी सहित अन्य प्रसव केन्द्रों पर पहुंचीं गर्भवती महिलाओं को जननी सुरक्षा योजना एवं संबल योजना के तहत मुख्यमंत्री प्रसूति सहायता राशि योजना से जुड़ी राशि नहीं पहुंचीं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने चुनाव प्रक्रिया के बहाने राशि खाते में नहीं भेजी है। प्रसूति राशि का बजट बैंक में पड़ा हुआ है।
संजय गांधी अस्पताल के रेकॉर्ड के अनुसार अक्टूबर माह के 800 महिलाओं को प्रसूति राशि नहीं पहुंची । जबकि नवंबर माह में भी इतनी ही संख्या की लिस्ट तैयार हो गई है। इसी तरह सीएचसी, पीएचसी सहित अन्य प्रसव केन्द्रों पर पहुंचीं गर्भवती महिलाओं को जननी सुरक्षा योजना एवं संबल योजना के तहत मुख्यमंत्री प्रसूति सहायता राशि योजना से जुड़ी राशि नहीं पहुंचीं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने चुनाव प्रक्रिया के बहाने राशि खाते में नहीं भेजी है। प्रसूति राशि का बजट बैंक में पड़ा हुआ है।
अप्रैल से सितंबर तक साढ़े चार करोड़ रुपए जारी करने का दावा
सीएमएचओ डॉ आरएस पांडेय का दावा है कि जिले में अप्रैल से लेकर सितंबर माह तक जननी सुरक्षा योजना व मुख्यमंत्री प्रसूति सहायता योजना से महिलाओं के खाते में साढ़े चार करोड़ रुपए की राशि भेजी जा चुकी है। सीएमएचओ ने बताया कि कार्यालय के ज्यादातर कंप्यूटर आपरेटर चुनाव की प्रक्रिया में कलेक्ट्रेट चले गए हैं। अक्टूबर से अब तक प्रक्रिया प्रभावित है, चुनाव कार्यालय से रिलीज होते ही खाते में राशि भेज दी जाएगी।
सीएमएचओ डॉ आरएस पांडेय का दावा है कि जिले में अप्रैल से लेकर सितंबर माह तक जननी सुरक्षा योजना व मुख्यमंत्री प्रसूति सहायता योजना से महिलाओं के खाते में साढ़े चार करोड़ रुपए की राशि भेजी जा चुकी है। सीएमएचओ ने बताया कि कार्यालय के ज्यादातर कंप्यूटर आपरेटर चुनाव की प्रक्रिया में कलेक्ट्रेट चले गए हैं। अक्टूबर से अब तक प्रक्रिया प्रभावित है, चुनाव कार्यालय से रिलीज होते ही खाते में राशि भेज दी जाएगी।