प्रहलाद पटेल ने कहा कि कांग्रेसी अपने को किसानों का हितैषी बताने का प्रयास कर रहे हैं। उनके कार्यकाल में १८ प्रतिशत ब्याज किसानों से वसूला जाता रहा है, उन्हें तो बोलने का हक ही नहीं बनता। जनधन और उज्ज्वला योजना का फीडबैक सही नहीं आने के सवाल पर कहा कि यह भी सही है कि ठीक तरह से सुपरवीजन नहीं हो पा रहा है। प्रशासन जागरुकता नहीं फैला पा रहा है। खाते खुलवाने के बाद बंद होते जा रहे हैं, गैस वितरण के बाद रिफिलिंग नहीं कराई जा रही है। ऐसी सूचनाएं आ रही हैं, सरकार इस पर भी ध्यान दे रही है। इसके पहले उन्होंने पार्टी कार्यालय में नेताओं के साथ बैठक कर कहा कि सरकार की उपलब्धियां लोगों तक जाकर पहुंचाएं। इस दौरान सांसद जनार्दन मिश्रा, भाजपा जिला अध्यक्ष विद्याप्रकाश श्रीवास्तव, विधायक दिव्यराज सिंह, महापौर ममता गुप्ता, योगेन्द्र शुक्ला सहित कई अन्य मौजूद रहे।
प्रहलाद पटेल को प्रदेश की राजनीति में विशेष महत्व नहीं मिल पा रहा है, उन्हें हाशिए पर लगातार रखा जा रहा है। वह समय-समय पर अपने बयान जारी कर सरकार और भाजपा की मुश्किलें भी बढ़ाते रहे हैं। इस पर पूछे गए सवाल पर कहा कि मुझे जहां लगता है कि बोलना चाहिए तो मैं बोलता हूं। अपनी बात पर कायम भी रहता हूं। पूर्व में किए गए ट्वीट पर कहा कि उस पर मैं कायम रहा और अब तक नहीं हटाया।
कांग्रेस की न्याय यात्रा झूठ का प्रोपेगंडा
इनदिनों प्रदेश में कांग्रेस द्वारा न्याय यात्रा निकाली जा रही है। उस पर प्रहलाद ने कहा कि यह केवल झूठ का प्रोपेगंडा है। कांग्रेस के पास कोई मुद्दा रहा नहीं इस कारण जनता के बीच जाने के लिए कुछ बहाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा भी लोगों के बीच विकास के एजेंडे को लेकर जाएगी।
सांप्रदायिक ध्रुवीकरण से हारे कैराना
उत्तर प्रदेश की कैराना लोकसभा उपचुनाव हारने पर प्रहलाद पटेल ने कहा कि सभी विपक्षी दल एक हो गए और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की स्थिति भी बनी। जिसका पूरा फायदा विपक्ष को मिला, हमारे लिए यह हार चिंतन का विषय है। पार्टी आगे के लिए रणनीति तैयार कर रही है।