कोविड -19 में प्रदेश में उद्योगों की स्थिति सुधारने के लिए श्रम कानून में संशोधन किया । इसके में श्रमिकों को काम करने के घंटे 8 से 12 और दुकानों को रात 12 बजे तक खोलने की अनुमति दी है। ऐसे में श्रमिकों को अधिक घंटे काम करने के बावजूद वेतन कम मिलेगा। वहीं कोविड-19 के तहत सबसे बड़ी बार श्रमिकों को हुई। कंपनियो ने बड़ी संख्या में श्रमिकों को छाटनी कर बाहर निकाल दिया है। यहां तक उनका भुगतान नहीं किया है। ऐसे में श्रमिक अपने परिवार के साथ सड़कों पर पैदल चल रहा है। इस स्थिति सरकार ने श्रमिक एक्ट को पूंजीपतियो के हिसाब से संशोधन न्यायउचित सरकार जब तक यह वापस नहीं लेती है संघर्ष जारी रहेगा। इस दौरान संगठन के पदाधिकारियों में रमाकांत तिवारी,रामनरेश द्विवेदी, राकेश सिंह, राजभान सिंह, राकेश शुक्ला, नारेन्द्र नामदेव, जेके मिश्रा,राम सुशील मिश्रा, सीबी ठाकुर मुख्य रुप से उपस्थित रहे।