दरअसल सरकार ने एमपी पुलिस से महिलाओं को जोड़ने की कोशिश शुरू की है। इसके लिए जिला स्तर पर युवतियों को तैयार करने की जिम्मेदारी महिला एवं बाल विकास विभाग को सौंपी गई है। यह विभाग युवतियो को प्रशिक्षित कराएगा। इसके तहत पुलिस में भर्ती होने की पात्रता रखने वाली महिलाओ, युवतियों को रोजाना दो घंटे की लिखित परीक्षा की तैयारी कराई जाएगी। साथ ही उन्हे शारीरिक दक्षता परीक्षा के लिए तैयार करने के लिए पुलिस विभाग की आधारभूत संरचना का उपयोग करते हुए होमगार्ड विभाग प्रशिक्षण देगा। होमगार्ड विभाग इन युवतियो और महिलाओं को फिजिकल ट्रेनिंग देगा।
सरकार की इस कोशिश “सशक्त वाहिनी अभियान” के तहत जिले की ऐसी महिलाओं, युवतियों से आवेदन आमंत्रित किए गए है जिन्होने न्यूनतम 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की हो एवं जिनकी लंबाई 158 से.मी. या उससे अधिक हो तथा वो फ्लैट फुटेड न हों।
इसके तहत पिछले दिनों मॉडल साइंस कॉलेज में महिला एवं बाल विकास विभाग तथा होमगार्ड विभाग, मॉडल साइंस कालेज के संयुक्त तत्वाधान में बेटी बचाओं बेटी पढाओं योजना अंतर्गत सशक्त वाहिनी अभियान के तहत महिलाओ, युवतियो को फिजिकल ट्रेनिंग दने के लिए कैंप लगाया गया। आयोजित कैंप में जिले के महाविद्यालयों की 124 महिलाओं और युवतियों ने भाग लिया।
होमगार्ड के स्टॉफ ने लंबाई नॉक – नी अथवा फ्लैट फुट की जांच की। शिविर में अतिरिक्त संचालक पंकज श्रीवास्तव, ऊषा सिंह सेालंकी संयुक्त संचालक महिला बाल विकास, जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रतिभा पांडेय, प्रधानाध्यापक उमेश पांडेय, विभाग मॉडल साइंस कॉलेज, प्रधानाध्यापक नीलम सिंह माडल साइंस कॉलेज, आशीष द्विवेदी संहायक संचालक महिला बाल विकास होमगार्ड कार्यालय के जवान व स्टॉफ उपस्थित रहे। शिविर में चयनित पात्र महिलाओं, युवतियों को सशक्त वाहिनी अभियान के अगले चरण में शीघ्र ही होमगार्ड विभाग, फिजिकल ट्रेनिंग देगा, उसके बाद उन्हे लिखित परीक्षा में शामिल होने के लिये प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।