7 December 2025,

Sunday

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सिजेरियन डिलीवरी के समय पेट में छोड़ी पिन, दूसरी डिलीवरी में बेबी को जगह-जगह चुभी

mp news: नवजात के साथ पिन आई बाहर, चेहरे सहित कई जगह लगी चोट

2 min read
Google source verification

रीवा

image

Astha Awasthi

Jan 05, 2025

cesarean delivery

cesarean delivery

mp news: सिजेरियन डिलेवरी के बाद टांका लगाते समय चिकित्सकों ने प्रसूता के पेट में पिन छोड़ दी। हैरान करने वाली इस लापरवाही का खुलासा महिला की दूसरी डिलेवरी के दौरान हुआ। प्रसव के बाद नवजात के साथ टांका लगाने वाली पिन बाहर आई, जिसे देखकर डाक्टरों के होश उड़ गए। नवजात के शरीर में कई जगह पिन चुभ गई है, जिससे वह घायल हो गया है। नवजात को जिला अस्पताल के गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया गया। जहां उसके शरीर से संक्रमण दूर होने में चार से पांच दिन का समय लगेगा।

लगातार पेट में दर्द की कर रही थी शिकायत

शहर के बिछिया मोहल्ले की हिना खान पति अख्तर खान की पहली डिलेवरी 5 मार्च 2023 को मेडिकल कॉलेज के गांधी स्मृति अस्पताल में हुई थी। पहली डिलेवरी के बाद महिला लगातार पेट में दर्द की शिकायत कर रही थी। परिजन यह मानकर नजरअंदाज करते रहे कि शायद टांकों में खिंचाव होने से दर्द हो रहा है। पति ने महिला गायनोलॉजिस्ट से चेकअप कराया लेकिन वह लापरवाही नहीं पकड़ सकीं।

हाथ में पिन चुभ गई

इस बीच महिला दूसरी बार गर्भवती हुई। प्रसव पीड़ा होने पर परिजन ने दूसरी डिलेवरी के लिए गर्भवती को शुक्रवार को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया था जहां पर नार्मल डिलेवरी हुई। डिलेवरी के समय चिकित्सक ने नवजात बच्चे को पकडऩे का प्रयास किया तो उनके हाथ में पिन चुभ गई।

जब उन्होंने अच्छे से चेक किया तो बच्चे के साथ महिला के पेट से डिलेवरी के समय टांका लगाने वाली पिन निकली। पिन से नवजात के चेहरे सहित शरीर के कई स्थानों पर चोट के निशान मिले। बच्चे को चिकित्सकों ने गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती किया है।

ये भी पढ़ें: साल 2025 में बंद हो जाएंगे 3 तरह के बैंक अकाउंट


गांधी स्मृति हॉस्पिटल में हुआ था पहला प्रसव

प्रसूता के परिजनों का आरोप है कि महिला का पहला प्रसव गांधी स्मृति चिकित्सालय में हुआ था, तभी डाक्टरों ने उसके पेट में पिन छोड़ दी थी जो 18 महीने तक महिला के पेट के अंदर ही रही। इस बात से वे पूरी तरह से अनजान थे। परिजनों के आरोप के बाद अस्पताल के चिकित्सों की गंभीरता पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। उनका कहना है कि चिकित्सकों की लापरवाही के चलते महिला सहित नवजात की जान खतरे में पड़ गई है।

जो पिन प्रसव के दौरान निकली है वैसी किसी भी पिन का इस्तेमाल डिलेवरी के समय नहीं किया जाता है। पहली डिलेवरी के समय बच्चेदानी में कट लगाया जाता है और बाद में उसमें टांका लगाया जाता है लेकिन जिस पिन से टांका लगता है वह काफी बारीक होती है। जिस पिन की फोटो आ रही है वह टांका लगाने में इस्तेमाल नहीं होती है। महिला के गर्भाशय में यह कैसे पहुंची यह बता पाना कठिन है।- डा. मोहिता पाण्डेय, गायनोलाजिस्ट, जीएमएच

महिला की डिलेवरी हुई है। डिलेवरी के समय एक पिन निकली है। बच्चे को चुभने की वजह से उसको अस्पताल में भर्ती किया गया है चिकित्सकों की देखरेख में इलाज चल रहा है। यह पिन कैसे उसके अंदर पहुंची यहां स्पष्ट नहीं हो पाया है।- डा. एमएल गुप्ता, सिविल सर्जन