400 करोड़ की लागत से किया जा रहा निर्माण
जिले में रीवा से वाया मनगवां-इलाहाबाद तक हाइवे-30 निर्माणाधीन है। 400 करोड़ से मनगवां से चाकघाट का निर्माण पांच साल बाद भी पूरा नहीं हो सका, जबकि डेढ़ साल में चाकघाट से इलाहाबाद का निर्माण पूरा हो गया। इस हाइवे पर बीस साल से अफसरों की अनदेखी के चलते जनता हिचकोले खा रही है। तत्कालीन कंस्ट्रक्शन कंपनी काम छोडक़र भाग गई दूसरी निर्माण कंपनी का भी काम कछुआ चाल से चल रहा है। हाइवे पर स्थित टमस नदी के पुल पर दो फिट गहरे गड्ढे हो गए हैं। पिछले कई दिनों से बारिश के चलते पुल पर जगह-जगह जलजमाव हो गया है।
जिले में रीवा से वाया मनगवां-इलाहाबाद तक हाइवे-30 निर्माणाधीन है। 400 करोड़ से मनगवां से चाकघाट का निर्माण पांच साल बाद भी पूरा नहीं हो सका, जबकि डेढ़ साल में चाकघाट से इलाहाबाद का निर्माण पूरा हो गया। इस हाइवे पर बीस साल से अफसरों की अनदेखी के चलते जनता हिचकोले खा रही है। तत्कालीन कंस्ट्रक्शन कंपनी काम छोडक़र भाग गई दूसरी निर्माण कंपनी का भी काम कछुआ चाल से चल रहा है। हाइवे पर स्थित टमस नदी के पुल पर दो फिट गहरे गड्ढे हो गए हैं। पिछले कई दिनों से बारिश के चलते पुल पर जगह-जगह जलजमाव हो गया है।
सोहागी बाजार सहित कई जगहों पर बढ़ा फिसल
सोहागी बाजार, गंगेव, गढ़ बाजार और मनगवां के आस-पास, कलवारी मोड़ के पहले हाइवे पर चलना मुश्किल है। गंगेव बाजार में तो कई दिनों से जाम लग रहा है। सोहागी पहाड़ पर फिसलन बढऩे से इलाहाबाद की ओर जा रहा ट्रक पलट गया है। इसी तरह हाइवे पर आधा दर्जन जगहों पर डेंजर जोन है, जहां वाहन पलट गए हैं।
सोहागी बाजार, गंगेव, गढ़ बाजार और मनगवां के आस-पास, कलवारी मोड़ के पहले हाइवे पर चलना मुश्किल है। गंगेव बाजार में तो कई दिनों से जाम लग रहा है। सोहागी पहाड़ पर फिसलन बढऩे से इलाहाबाद की ओर जा रहा ट्रक पलट गया है। इसी तरह हाइवे पर आधा दर्जन जगहों पर डेंजर जोन है, जहां वाहन पलट गए हैं।
चाकघाट पुल पर मवेशियों का जमावड़ा
जिला प्रशासन के आदेश के बावजूद शहर से लेकर जिले के मुख्य हाइवे पर मवेशियों का जमावड़ा है। चाकघाट बाजार के पास टमस नदी पर स्थित पुल पर ासैकड़ों मवेशियों का जमावड़ा है, जिससे वाहन रेंग रहे हैं। इसी तरह शहर में सिरमौर चौराहा से लेकर रतहरा, कोष्ठा, बेलवा पैकान, आंबी सहित कई अन्य जगहों पर आवारा पशु हाइवे पर बैठे हुए हैं। जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं।
जिला प्रशासन के आदेश के बावजूद शहर से लेकर जिले के मुख्य हाइवे पर मवेशियों का जमावड़ा है। चाकघाट बाजार के पास टमस नदी पर स्थित पुल पर ासैकड़ों मवेशियों का जमावड़ा है, जिससे वाहन रेंग रहे हैं। इसी तरह शहर में सिरमौर चौराहा से लेकर रतहरा, कोष्ठा, बेलवा पैकान, आंबी सहित कई अन्य जगहों पर आवारा पशु हाइवे पर बैठे हुए हैं। जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं।
सोहागी पहाड़ पर कटाव
सोहागी पहाड पर सोहागी गांव की छोर पर तीन पुलिया है। हाइवे निर्माणाधीन होने के कारण पहाड़ का पानी पुलिया के बगल से बहने से कटाव हो गया है। बस्ती के भैयालाल आदिवासी और उग्रसेन के घर के सामने पहाड़ पर कटाव है। संतोष ने कहा कि कटाव को रोका नहीं गया तो बारिश होने पर पहाड़ ढहने का डर बना हुआ है। सोहागी पहाड़ के आस-पास की बस्ती के लोग भू-स्खलन को लेकर भयभीत हैं।
सोहागी पहाड पर सोहागी गांव की छोर पर तीन पुलिया है। हाइवे निर्माणाधीन होने के कारण पहाड़ का पानी पुलिया के बगल से बहने से कटाव हो गया है। बस्ती के भैयालाल आदिवासी और उग्रसेन के घर के सामने पहाड़ पर कटाव है। संतोष ने कहा कि कटाव को रोका नहीं गया तो बारिश होने पर पहाड़ ढहने का डर बना हुआ है। सोहागी पहाड़ के आस-पास की बस्ती के लोग भू-स्खलन को लेकर भयभीत हैं।
सोहागी के पास तालाब ओवरफ्लो
पहाड़ी नाले से सोहागी गांव के पूर्वी छोर पर स्थित तालाब ओवरफ्लो हो गया है। आस-पास के कई घरों में पानी घुस गया है। इसी तरह लगातार बारिश होती रही तो कई कच्चे मकान ढह जाएंगे।
पहाड़ी नाले से सोहागी गांव के पूर्वी छोर पर स्थित तालाब ओवरफ्लो हो गया है। आस-पास के कई घरों में पानी घुस गया है। इसी तरह लगातार बारिश होती रही तो कई कच्चे मकान ढह जाएंगे।