– बाक्स खोलते ही नीचे तक पहुंचती है फोल्डिंग सीढ़ी
यह इमरजेंसी फोल्डिंग सीढ़ी है। जिसे बाड़े के किनारे एक बाक्स में रखा गया है। जैसे ही बाक्स खोला जाएगा तो यह सीढ़ी नीचे तक पहुंच जाएगी। जिसे पकड़कर ऊपर तक चढ़ा जा सकता है। जानकारी मिली है कि जब बाघ बाड़े के नाइट हाउस में होते हैं तो चिडिय़ाघर के कर्मचारी इसमें किस तरह ऊपर तक आया जा सकता है, यह पर्यटकों को बताते भी हैं। फोल्डिंग होने की वजह से अधिक स्थान भी नहीं घेरती है।
– बाघों के बाड़े में गिरने की कई घटनाएं हो चुकी
चिडिय़ाघरों में बाघों के बाड़े में गिरने की कई घटनाएं हो चुकी हैं। कुछ साल पहले दिल्ली के चिडिय़ाघर का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक पर्यटक बाड़े में गिर जाता है और उस पर सफेद बाघ हमला कर देता है। इस घटना में सख्श की मौत हो गई थी। ग्वालियर में भी कुछ समय पहले एक व्यक्ति बाड़े तक पहुंच गया था, हालांकि उसकी जान बच गई। इसी तरह देश के अन्य कई चिडिय़ाघरों में इस तरह से हादसे होते रहे हैं।
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बाघों के बाड़े में पर्यटकों के गिरने की घटनाएं कई स्थानों पर हो चुकी हैं। उसे ध्यान में रखते हुए इमरजेंसी सुरक्षा सीढ़ी बनाई है ताकि तत्काल रेस्क्यू किया जा सके। हालांकि हमारे यहां हर बाड़े में केयरटेकर मौजूद हैं और लोगों को सुरक्षा घेरे में रहने के लिए बताते रहते हैं।
संजय रायखेड़े, संचालक चिडिय़ाघर मुकुंदपुर
यह इमरजेंसी फोल्डिंग सीढ़ी है। जिसे बाड़े के किनारे एक बाक्स में रखा गया है। जैसे ही बाक्स खोला जाएगा तो यह सीढ़ी नीचे तक पहुंच जाएगी। जिसे पकड़कर ऊपर तक चढ़ा जा सकता है। जानकारी मिली है कि जब बाघ बाड़े के नाइट हाउस में होते हैं तो चिडिय़ाघर के कर्मचारी इसमें किस तरह ऊपर तक आया जा सकता है, यह पर्यटकों को बताते भी हैं। फोल्डिंग होने की वजह से अधिक स्थान भी नहीं घेरती है।