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कोर्ट का फंसा ऐसा पेंच कि गुलाब का फूल लेकर कर वसूलने पहुंची निगम की टीम

locationरीवाPublished: Jun 18, 2019 05:49:14 pm

Submitted by:

Balmukund Dwivedi

उद्योग विहार में टैक्स वसूलने की कवायद, वीटीएल अधिकारियों ने कहा-कोर्ट के आदेश का होगा पालन

Municipal tax recovery rewa

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रीवा. नगर निगम द्वारा उद्योग विहार चोरहटा में टैक्स वसूलने की चल रही कवायद के बीच सोमवार को एक बार फिर टीम पहुंची। उद्योग विहार की प्रमुख कंपनी वीटीएल के बाहर जुटे निगम अधिकारियों ने प्रबंधन के साथ चर्चा की। निगम अधिकारियों ने कंपनी प्रबंधन के अधिकारियों को गुलाब का फूल सौंपकर कहा कि वह सौहादर््यपूर्ण तरीके से संपत्तिकर एवं समेकितकर आदि वसूलने के लिए आए हैं। निगम और कंपनी की ओर से इस मामले में अपना पक्ष रखा गया। बताया गया है कि वर्ष २००३ में उद्योग विहार क्षेत्र नगर निगम की सीमा में आया था। इसके बाद से टैक्स वसूलने का नोटिफिकेशन जारी किया गया था, जिसके बाद वीटीएल सहित अन्य कंपनियां हाइकोर्ट चली गई थी, इनका तर्क था कि वह एकेवीएन सहित अन्य स्थानों पर टैक्स जमा कर रहे हैं। नगर निगम भी यदि वसूली के लिए कोई सख्ती बरतता है तो प्लांट का उत्पादन प्रभावित होगा। कोर्ट ने इस मामले में यह निर्देश दिया कि नगर निगम टैक्स वसूली के लिए बल का प्रयोग नहीं कर सकता लेकिन सौंहादर््य तरीके से टैक्स मांग सकता है। कंपनियां अपनी सुविधा के अनुसार टैक्स दे सकती हैं। वीटीएल प्रबंधन ने कोर्ट का उक्त आदेश निगम के अधिकारियों को सौंपा है और कहा है कि कंपनी अपने हर उत्तरदायित्व का पालन करेगी। बताया जा रहा है कि इस मामले में अन्य याचिकाएं भी दायर की गई हैं, जिन पर कोर्ट ने अभी कोई फैसला नहीं दिया है। कंपनी का कहना है कि कोर्टका जो भी निर्देश होगा, उसका अक्षरश: पालन किया जाएगा। कंपनी ने यह भी कहा है कि उक्त आदेश के परिपालन में उच्च प्रबंधन से चर्चाकर अगला कदम उठाया जाएगा। बता दें कि निगम की टीम ने बीते करीब दो सप्ताह के भीतर उद्योग विहार क्षेत्र का कई बार दौरा कर चुकी है और अलग-अलग कंपनियों से चर्चाकर टैक्स जमा करने के लिए कहा है।
नोटिस देकर निगम बताएगा टैक्स की राशि
दोनों पक्षों में हुई चर्चा के बीच यह सहमति बनी है कि निगम का कितना टैक्स होता है इसका मूल्यांकन करे। निगम के जोन प्रभारी एसके चतुर्वेदी ने बताया कि वर्ष 2004 से अब तक संपत्तिकर का अलग-अलग समय पर निर्धारण रहा है। इसका मूल्यांकन करने के बाद नोटिस देकर राशि जमा करने के लिए कहा जाएगा। उन्होंने कहा कि कोर्ट के निर्देश के चलते निगम कोई सख्ती नहीं बरतेगा लेकिन टैक्स भी वसूलना है, इसलिए कंपनी प्रबंधन के साथ वार्ता जारी रहेगी।
गेट पर बांधा गुलाब का फूल, बोले सद्भाव का निशान है
नगर निगम की ओर से टैक्स वसूलने गए अधिकारियों ने वीटीएल कंपनी के मुख्य द्वार पर गुलाब का फूल बांधा और कहा कि यह सद्भाव की निशानी है। हम शांतिपूर्ण वार्ता चाहते हैं, इसलिए प्रबंधन के पास आ रहे हैं। कंपनी प्रबंधन ने भी कहा है कि वह कोर्ट का सम्मान करेगा और उसके निर्देशानुसार निगम का जो भी भुगतान होगा वह नियमानुसार किया जाएगा।
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