देर रात करीब बारह बजे रहस्यमय ढंग से लापता हो गए। घटना की जानकारी परिजनों को हुई तो पूरे गांव में हड़कंप मच गया। उन्होंने सूचना पुलिस को दी और सोमवार की सुबह थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई। परिजनों ने अपहरण का संदेह जताया था जिस पर पुलिस ने तत्काल उनका लोकेशन ट्रेस किया और सांयकाल वे रिश्तेदार के घर से बरामद हो गए जिनको लेकर पुलिस थाने आ गई। थाने में वृद्ध ने अपहरण की जानकारी देकर सनसनी फैला दी। सूचना मिलते ही एसडीओपी डभौरा भी थाने पहुंचे जिन्होंने पीडि़त वृद्ध के बयान दर्ज किये है। वृद्ध के बयान के आधार पर पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल पुलिस इस घटना को गुमशुदगी मान रही है।
वृद्ध ने अपने बयान में बताया कि रात में एक युवक मोटर साइकिल लेकर आया था जो उससे पानी पीने का नल पूछने के बहाने गाड़ी में बैठा लिया। आगे एक व्यक्ति और मिला और दोनों लोगों ने मारपीट कर उसके हांथ बांधे दिये और मोटर साइकिल में बैठाकर ओबरी जंगल में ले गए। ओबरी जंगल से गाड़ी जैसे पटपर पहाड़ की ओर बढ़ी तो अचानक वह फिसल गई जिससे बाइक सवार दोनों बदमाश गिर गए। इस दौरान मौका मिलने पर वृद्ध वहां से भाग दिया और बदमाशों से बचने के लिए वह पेड़ में चढ़ गया। रात भर वह पेड़ में चढ़ा रहा और सुबह स्थानीय लोगों की मदद से वह घर पहुंचा। वृद्ध का अपहरण करने वाले युवकों की पहचान नहीं हो पाई है।
नंदलाल धुर्वे, थाना प्रभारी जवा