हम उदार संस्कृति के प्रतीक व संवाहक : डीजे
रीवाPublished: Jul 04, 2019 05:44:24 pm
हम उदार संस्कृति के प्रतीक व संवाहक : डीजे
रीवा/सिरमौर. नेशनल लोक अदालत को सफल बनाने के लिए तैयारी बैठक सिरमौर अधिवक्ता संघ के सभाकक्ष में आयोजित की गई। अधिक से अधिक प्रकरणों का हो निराकरण
जिला एवं सत्र न्यायाधीश रीवा एके सिंह ने बैठक में उपस्थित संबंधित अधिकारियों पक्षकारों एवं अधिवक्ताओं से कहा कि लोक अदालतों के माध्यम से अधिक प्रकरणों का निराकरण कराया जाए। सिंह ने कहा कि जिस गांव में जिस परिवार में जहां भी विवाद होगा वहां विकास की गति लुप्त हो जाएगी।विवाद से परिवार और घर नष्ट होते हैं और अंतिम में समय में धन का अपव्यय होता है। उन्होंने कहा कि इस बार की राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ सिरमौर से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम उदार संस्कृति के संवाहक हैं और उस संस्कृति को फैलाना हम सभी का उद्देश्य हैं। इसलिए अच्छे समाज के निर्माण के लिए सभी मिलकर काम करें।
आपसी समझौते से हो विवादों का निपटारा
एडीजे सिरमौर नीलेश यादव ने कहा कि अधिकतम मात्रा में छोटे-छोटे प्रकरणों का निराकरण लोक अदालत में करने का प्रयास करें। हमेशा की तरह सिरमौर के नाम को पुन: रोशन करें। व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-1 सतीश वसुनिया ने कहा कि आपसी समझौते से विवादों को निपटाने का लोक अदालत बेहतर माध्यम है। कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता संघ सिरमौर के सचिव दीपराज सिंह ने किया। अतिथियों का स्वागत अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष हेमराज पांडेय ने किया। इस अवसर पर रीवा से आए हुए न्यायाधीश गण एवं सिरमौर न्यायालय के न्यायाधीश पूर्णिमा सैयाम, न्यायाधीश कुंवर उदयाजीत राव, न्यायाधीश डाल चंद्र सिंह, अधिवक्ता, पक्षकार एवं संबंधित कर्मचारी-अधिकारी उपस्थित रहे।