प्राकृतिक हेरिटेज साइट्स पर विशेषज्ञों ने जाहिर की राय
रीवाPublished: Jan 16, 2022 12:02:48 pm
– एमएसजी कालेज में नेशनल वेबीनार का चल रहा आयोजन
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रीवा। शहर के शासकीय माधव सदाशिवराव गोलवलकर महाविद्यालय में भारत के हेरिटेज साइट्स एवं संरक्षित क्षेत्र में राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया जा रहा है। जहां डॉ.फनीकांत मिश्रा पूर्व निर्देशक एएसआई भोपाल ने खजुराहो के बीजामंडल मंदिर के संरचना तथा उसके पुर्ननिर्माण के संबंध में जानकारी दी। दूसरे सत्र में डॉ. एपी सिंह एपीसीसीएफ गुजरात ने गुजरात के गिरि फारेस्ट में एसीयाटिक सिंह के संरक्षण पर जानकारी देते हुए बताया कि यह क्षेत्र ंिसंहों के संरक्षण के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। इसके कई उदाहरण भी उन्हों प्रस्तुत किए। तृतीय सत्र में टीएम केशवा पूर्व आर्कियोजालिस्ट कर्नाटक ने विजय नगर हम्पीं के विभिन्न मंदिरों तथा देव स्थानों सहित चेरिएट तथा कृष्णदेव राय द्वारा निर्मित भवनों एवं मंदिरों की जानकारी दी तथा शिल्पकला के संबंध में जानकारी प्रस्तुत की। संजीत कुमार डीएफओ कूचबिहार ने राम ब्रह्म सन्याल द्वारा इक्स सिटू कंजरवेशन के लिए बतायी गयी विधियों की चर्चा की। डॉ. संजीव पाण्डे पूर्व पीसीसीएफ हिमांचल प्रदेश ने भारत के प्राकृतिक हेरीटेज साइट्स की चर्चा करते हुए ग्रेट हिमालय, केवलादेव, मानस, कांजीरंगा आदि के संबंध में चर्चा की तथा प्राकृतिक हेरीटेज साइट्स संरक्षण पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम में डॉ. इ. शिवनागी रेड्डी सतपथी हैदराबाद, डॉ. एके पटनायक पूर्व पीसीसीएफ उड़ीसा, डॉ. अजीत कुमार प्राध्यापक केरला विश्वविद्यालय, डॉ. अनीश अहमद पूर्व वैज्ञानिक बीएसआई, डॉ. जे राजेन्द्रन प्राचार्य मामल्यपुरम महाविद्यालय, डॉ. हेम सिंह गहलोत सहायक प्राध्यापक जोधपुर विश्वविद्यालय, डॉ. वर्तिका जैन सहायक प्राध्यापक उदयपुर, डॉ. स्कद कुमार मिश्रा माधव सदाशिवराव गोलवलकर कालेज आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।
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रीवा की अंजली शुक्ला को पर्यावरण रत्न पुरस्कार
रीवा। शहर के नजदीकी गांव बरा कोठार निवासी अंजली शुक्ला पिता विनोद शुक्ला को पर्यावरण रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। नेहरू ग्राम भारती डीम्ड यूनिवर्सिटी प्रयागराज में संपन्न हुई तीन दिवसीय इंटरनेशनल कांफ्रेंस में अंजली ने अपनी मास्टर डिग्री पेपर प्रेजेंटेशन में पर्यावरण रत्न पुरस्कार प्राप्त किया है। उनकी प्रारंभिक शिक्षा रीवा के सेंट्रल एकेडमी विद्यालय से पूरी की जिसके बाद आगे की पढ़ाई बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी झांसी उत्तर प्रदेश की छात्रा रही। रीवा की बेटी को उत्तर प्रदेश के बड़े आयोजन में मिले इस पुरस्कार से गांव एवं क्षेत्र के लोगों ने प्रसन्नता जाहिर की है।
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