इतिहास विभाग में व्यक्तित्व एवं कौशल विकास पर कार्यशाला
शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय के इतिहास विभाग में व्यक्तित्व एवं कौशल विकास कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में प्रमुख वक्ता के रूप में डॉ.आर.सी. चतुर्वेदी एवं डॉ.आशुतोष द्विवेदी रहें। कहा कि, लगन एवं जुनून के माध्यम से एक लक्ष्य बनाकर यदि छात्राएं आगे बढ़ती हैं तो उन्हें अपनी मंजिल प्राप्त करने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होनें स्वामी विवेकानंद और महात्मा गांधी के जीवन चरित्र का अनुसरण करने के लिए प्रेरित किया। छात्राओं में व्यक्तित्व विकास विकसित करने का तरीका बताया। मेक इन इंडिया और लघु उद्योगों के माध्यम से कौशल विकास पर बल दिया। प्रिंसिपल डॉ. नीता सिंह ने कहा, छात्राओं के सार्वांगिण विकास में यह कार्यशाला महत्वपूर्ण है। प्रभारी गुणवत्ता प्रकोष्ठ प्रो. महेन्द्रमणि द्विवेदी ने कहा, सामने आने वाले कठिनाइयों से मुकाबला करने के लिए हमें अपने – आप को तैयार रखना चाहिए। कठिनाइयां हर रास्ते पर आती हैं सफल वे होते हैं वे मुकाबला कर आगे निकल जाते हैं। कार्यशाला का संयोजन प्रो. मेजर विभा श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम में इतिहास विभाग के अतिथि विद्वान डा.अमर नाथ कोयरी, लाल बिहारी एवं महाविद्यालय की इतिहास विभाग की एम.ए. पूर्वाद्ध, एम.ए. उतर्राद्ध एवं स्नातक स्तर की छात्राएं बड़ी संख्या में शामिल हुईं।