कला संकाय का है यह पाठ्यक्रम
अभी हाल में विश्वविद्यालय समन्वय समिति की बैठक में कम्युनिटी लीडरशिप एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट ‘सामुदायिक नेतृत्व एवं सतत विकास’ नामक स्नातक स्तरीय पाठ्यक्रम शुरू किए जाने का प्रस्ताव रखा गया है। विश्वविद्यालय समन्वय समिति की स्थाई समिति ने इसका समर्थन किया है। यह पाठ्यक्रम बैचलर ऑफ ऑर्ट (कला संकाय में स्नातक) के अंतर्गत शुरू होगा।
अभी हाल में विश्वविद्यालय समन्वय समिति की बैठक में कम्युनिटी लीडरशिप एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट ‘सामुदायिक नेतृत्व एवं सतत विकास’ नामक स्नातक स्तरीय पाठ्यक्रम शुरू किए जाने का प्रस्ताव रखा गया है। विश्वविद्यालय समन्वय समिति की स्थाई समिति ने इसका समर्थन किया है। यह पाठ्यक्रम बैचलर ऑफ ऑर्ट (कला संकाय में स्नातक) के अंतर्गत शुरू होगा।
स्थाई समिति पाठ्यक्रम से है सहमत
विंध्य क्षेत्र के छात्रों के खुशखबरी यह है कि अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय इस पाठ्यक्रम को शुरू करने में विशेष रूप से रुचि ले रहा है। इंतजार है तो केवल विश्वविद्यालय समन्वय समिति की लिखित तौर पर सहमति और उच्च शिक्षा विभाग की ओर से आदेश जारी होने की। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से स्ववित्तीय पाठ्यक्रम में इसकी शुरुआत कर दी जाएगी।
विंध्य क्षेत्र के छात्रों के खुशखबरी यह है कि अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय इस पाठ्यक्रम को शुरू करने में विशेष रूप से रुचि ले रहा है। इंतजार है तो केवल विश्वविद्यालय समन्वय समिति की लिखित तौर पर सहमति और उच्च शिक्षा विभाग की ओर से आदेश जारी होने की। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से स्ववित्तीय पाठ्यक्रम में इसकी शुरुआत कर दी जाएगी।
ग्रामोदय विवि ने की है पहल
पाठ्यक्रम के संचालन की पहल महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय की ओर से की गई है। ग्रामोदय विश्वविद्यालय वर्तमान में इस पाठ्यक्रम को दूरस्थ प्रणाली के तहत संचालित कर रहा है। तीन वर्षीय इस पाठ्यक्रम में वर्तमान में करीब 35000 छात्र अध्ययनरत है। छात्रों के इसी रुचि को देखते हुए एपीएस विश्वविद्यालय भी इस पाठ्यक्रम को शुरू करने का मन बना रहा है। इस नए पाठ्यक्रम की शुरुआत के बाद युवाओं के लिए न केवल रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे। बल्कि नेतृत्व क्षमता विकसित होने के बाद युवा राजनीति के क्षेत्र में भी कुशलता के साथ कार्य कर सकेंगे।
पाठ्यक्रम के संचालन की पहल महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय की ओर से की गई है। ग्रामोदय विश्वविद्यालय वर्तमान में इस पाठ्यक्रम को दूरस्थ प्रणाली के तहत संचालित कर रहा है। तीन वर्षीय इस पाठ्यक्रम में वर्तमान में करीब 35000 छात्र अध्ययनरत है। छात्रों के इसी रुचि को देखते हुए एपीएस विश्वविद्यालय भी इस पाठ्यक्रम को शुरू करने का मन बना रहा है। इस नए पाठ्यक्रम की शुरुआत के बाद युवाओं के लिए न केवल रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे। बल्कि नेतृत्व क्षमता विकसित होने के बाद युवा राजनीति के क्षेत्र में भी कुशलता के साथ कार्य कर सकेंगे।
पाठ्यक्रम संचालन का प्रमुख उद्देश्य
– युवा में समूहों के नेतृत्व क्षमता का विकास करना
– सतत विकास की प्रक्रियाओं का गहन अध्ययन
– स्वयंसेवी संस्थाओं का कुशल संचालन कर पाना
– नेतृत्व विकास क्षमता के आधार पर रोजगार प्राप्त करना
– युवा में समूहों के नेतृत्व क्षमता का विकास करना
– सतत विकास की प्रक्रियाओं का गहन अध्ययन
– स्वयंसेवी संस्थाओं का कुशल संचालन कर पाना
– नेतृत्व विकास क्षमता के आधार पर रोजगार प्राप्त करना