पीएम रिपोर्ट मिलने पर बढ़ाई जायेगी धारा
महिला की मौत के बाद अब पुलिस आरोपियों के खिलाफ हत्या की धारा बढ़ायेगी। गढ़ थाना अन्तर्गत लालगांव चौकी के हिरौनी गांव निवासी शिम्पी पाठक पति संदीप 22 वर्ष को सात फरवरी के दिन ससुराल वालों ने केरोसिन डालकर जला दिया था। बुरी तरह झुलसी महिला को बाद में वे इलाज के लिए अस्पताल लेकर आए जहां मृत्युपूर्व बयान में उसने ससुुराल वालों की हैवानियत की जानकारी दी। उक्त महिला को पति संदीप पाठक, ससुर रामबहोर पाठक व नंदोई चक्रधर उपाध्याय निवासी पनगढ़ी ने केरोसिन डालकर जिंदा जला दिया था।
महिला की मौत के बाद अब पुलिस आरोपियों के खिलाफ हत्या की धारा बढ़ायेगी। गढ़ थाना अन्तर्गत लालगांव चौकी के हिरौनी गांव निवासी शिम्पी पाठक पति संदीप 22 वर्ष को सात फरवरी के दिन ससुराल वालों ने केरोसिन डालकर जला दिया था। बुरी तरह झुलसी महिला को बाद में वे इलाज के लिए अस्पताल लेकर आए जहां मृत्युपूर्व बयान में उसने ससुुराल वालों की हैवानियत की जानकारी दी। उक्त महिला को पति संदीप पाठक, ससुर रामबहोर पाठक व नंदोई चक्रधर उपाध्याय निवासी पनगढ़ी ने केरोसिन डालकर जिंदा जला दिया था।
जेल में हैं पति सहित तीन आरोपी
पुलिस ने उसके मृत्युपूर्व बयान के आधार पर पति सहित तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनको जेल भेज दिया। दो माह तक महिला अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करती रही। परिजन भी उसके जल्द ठीक होने की उम्मीद क रहे थे लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। शनिवार की रात महिला ने दमतोड़ दिया। पुलिस अब उसके पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ हत्या की धारा बढ़ाई जायेगी।
पुलिस ने उसके मृत्युपूर्व बयान के आधार पर पति सहित तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनको जेल भेज दिया। दो माह तक महिला अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करती रही। परिजन भी उसके जल्द ठीक होने की उम्मीद क रहे थे लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। शनिवार की रात महिला ने दमतोड़ दिया। पुलिस अब उसके पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ हत्या की धारा बढ़ाई जायेगी।
नहीं पहुंचे ससुराल पक्ष के लोग, मायके पक्ष को सौंपा गया शव
उक्त महिला दो माह तक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करती रही लेकिन ससुराल पक्ष से कोई भी उसकी हालत जानने नहीं आया। रविवार की रात उसकी मौत के बाद भी ससुराल पक्ष से कोई भी अस्पताल नहीं आया। मायके पक्ष के लोगों ने पंचनामा कार्यवाही पूरी कराई और पुलिस ने अंतिम संस्कार के लिए शव उनको सौंप दिया है।
उक्त महिला दो माह तक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करती रही लेकिन ससुराल पक्ष से कोई भी उसकी हालत जानने नहीं आया। रविवार की रात उसकी मौत के बाद भी ससुराल पक्ष से कोई भी अस्पताल नहीं आया। मायके पक्ष के लोगों ने पंचनामा कार्यवाही पूरी कराई और पुलिस ने अंतिम संस्कार के लिए शव उनको सौंप दिया है।