दूसरे दिन भी आरक्षक का नहीं लगा सुराग लापता आरक्षक की तलाश में दूसरे दिन भी पुलिस ने सर्चिंग की लेकिन आरक्षक का कोई पता नहीं चला है। उक्त आरक्षक ने पत्नी द्वारा कीटनाशक निगलने के बाद यह आत्मघाती कदम उठाया था। फिलहाल पत्नी की हालत में सुधार में बताया जा रहा है लेकिन आरक्षक का कोई पता नहीं चला है। सेमरिया थाने में पदस्थ आरक्षक दीपक अहिरवार निवासी दतिया मंगलवार की तड़के रहस्यमय ढंग से लापता हुए थे।
उन्होंने अपने साथियों को फोन कर पुर्वा आकर कूदने की जानकारी दी तो स्टॉफ के होश उड़ गए। तत्काल थाने से स्टॉफ पूर्वाफाल के लिए रवाना हो गया। स्टॉफ के पहुंचने के पहले ही आरक्षक शायद कूद चुके थे। पुर्वाफाल में पत्थर के ऊपर ही उनका मोबाइल व कपड़े बरामद हुए है। उक्त आरक्षक का सोमवार की शाम पत्नी से विवाद हुआ था। उनकी पत्नी दतिया में परिवार के साथ रहती है। फोन पर उनका विवाद हो गया जिसके बाद पत्नी ने घर में रखे कीटनाशक का सेवन कर लिया था। घटना की जानकारी होने पर परिजनों ने उन्हें उपचार के लिए झांसी अस्पताल में भर्ती कराया था। आशंका जताई जा रही है कि पत्नी के इस कदम से आरक्षक टेंशन में आ गए थे और उन्होंने यह आत्मघाती कदम उठाया है। परिजनों के मुताबिक पत्नी की हालत ठीक है और बुधवार की सुबह उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। उनके बीच किस बात को लेकर विवाद हुआ था यह अभी रहस्य बना हुआ है।