प्रवेश की तैयारी शुरू, आवश्यकता के मुताबिक सीट नहीं
पिछले वर्षों की तरह इस सत्र में भी कॉलेजों में प्रवेश के लिए मारामारी मचेगी। कॉलेजों का विस्तार नहीं होने, शहर में नए कॉलेज नहीं खुलने एवं नए कोर्स के शुरू नहीं होने से यह समस्या होगी। कॉलेजों में नए स्ववित्तीय कोर्स भी नहीं खुले। ऐसे में छात्र- छात्राओं को नए कोर्स में प्रवेश का मौका नहीं मिलेगा। पुराने कोर्स में प्रवेश लेने की मबजूरी होगी। ज्यादातर छात्र-छात्राएं बीए, बीएससी, कंप्यूटर साइंस, जैव प्रौद्योगिकी के कोर्सों में प्रवेश लेगें। इसके अलावा कुछ कॉलेज स्ववित्तीय में और भी कुछ कोर्स चलाने की तैयारी कर रहे हैं। यदि ऐसे कोर्स खुलते हैं तो छात्रों के लिए सुविधा होगी। फिलहाल अभी तक जो सुविधाएं उपलब्ध हैं वह पर्याप्त नहीं हैं।
पिछले वर्षों की तरह इस सत्र में भी कॉलेजों में प्रवेश के लिए मारामारी मचेगी। कॉलेजों का विस्तार नहीं होने, शहर में नए कॉलेज नहीं खुलने एवं नए कोर्स के शुरू नहीं होने से यह समस्या होगी। कॉलेजों में नए स्ववित्तीय कोर्स भी नहीं खुले। ऐसे में छात्र- छात्राओं को नए कोर्स में प्रवेश का मौका नहीं मिलेगा। पुराने कोर्स में प्रवेश लेने की मबजूरी होगी। ज्यादातर छात्र-छात्राएं बीए, बीएससी, कंप्यूटर साइंस, जैव प्रौद्योगिकी के कोर्सों में प्रवेश लेगें। इसके अलावा कुछ कॉलेज स्ववित्तीय में और भी कुछ कोर्स चलाने की तैयारी कर रहे हैं। यदि ऐसे कोर्स खुलते हैं तो छात्रों के लिए सुविधा होगी। फिलहाल अभी तक जो सुविधाएं उपलब्ध हैं वह पर्याप्त नहीं हैं।
ये होंगे पसंदीदा कॉलेज
जिले में छात्रों के प्रमुख पसंदीदा कॉलेजों में शासकीय ठाकुर रणमत ङ्क्षसह कॉलेज, आदर्श विज्ञान महाविद्यालय, कन्या महाविद्यालय एवं न्यू साइंस कॉलेज सहित अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय परिसर में चल रहे विश्वविद्यालय शैक्षणिक विभाग के कोर्स होंगे। यहां छात्रों की पहली प्राथमिकता होती है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान इन कॉलेजों का आवश्यकता के मुताबिक विस्तार नहीं हो पाया। छात्रों की संख्या बढ़ी लेकिन कॉलेज में स्थान एवं सुविधाएं नहीं बढ़ी। जिसकी वजह से प्रवेश के दौरान छात्रों को परेशानी होती है।
जिले में छात्रों के प्रमुख पसंदीदा कॉलेजों में शासकीय ठाकुर रणमत ङ्क्षसह कॉलेज, आदर्श विज्ञान महाविद्यालय, कन्या महाविद्यालय एवं न्यू साइंस कॉलेज सहित अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय परिसर में चल रहे विश्वविद्यालय शैक्षणिक विभाग के कोर्स होंगे। यहां छात्रों की पहली प्राथमिकता होती है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान इन कॉलेजों का आवश्यकता के मुताबिक विस्तार नहीं हो पाया। छात्रों की संख्या बढ़ी लेकिन कॉलेज में स्थान एवं सुविधाएं नहीं बढ़ी। जिसकी वजह से प्रवेश के दौरान छात्रों को परेशानी होती है।
20 हजार छात्र प्रवेश के लिए तैयार
शासकीय एवं निजी स्कूलों से जिलें में इस वर्ष करीब २० हजार छात्र-छात्राएं कॉलेज में प्रवेश के लिए तैयार होंगे। कुछ छात्र-छात्राएं अन्य शहरों में चले जाएंगे। ज्यादातर शहर में ही रहकर पढ़ाई करेंगे। ऐसे में इन छात्रों की पहली पसंद शहर के यही कॉलेज होंगें। ऐसे में आधा से ज्यादा छात्र-छात्राएं प्रवेश के लिए भटकेंगे।
शासकीय एवं निजी स्कूलों से जिलें में इस वर्ष करीब २० हजार छात्र-छात्राएं कॉलेज में प्रवेश के लिए तैयार होंगे। कुछ छात्र-छात्राएं अन्य शहरों में चले जाएंगे। ज्यादातर शहर में ही रहकर पढ़ाई करेंगे। ऐसे में इन छात्रों की पहली पसंद शहर के यही कॉलेज होंगें। ऐसे में आधा से ज्यादा छात्र-छात्राएं प्रवेश के लिए भटकेंगे।
विभाग की गाइडलाइन में यह भी
उच्च शिक्षा विभाग ने प्रवेश की तैयारी शुरू कर दी है। इसी सिलसिले में सभी निजी एवं शासकीय कॉलेजों को नए सत्र में प्रवेश के लिए गाइडलाइन जारी की गई है। जिसमें कॉलेजों को प्रोफाइल अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रवेश देने से पहले छात्र-छात्राओं को रोजगार के प्रकार, वर्ष, महाविद्यालय के रोजगार अधिकारी का नाम एवं रोजगार प्राप्त छात्रों की संख्या की जानकारी उपलब्ध करानी पड़ेगी। इसके साथ ही अन्य जानकारी भी देनी होगी। जिसमें उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जारी आनापत्ति प्रमाण पत्र, विश्वविद्यालय द्वारा जारी संबद्धता प्रमाण पत्र, छात्रों के रोजगार संबंधी जानकारी, बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा जारी प्रमाण पत्र, समिति के कार्यकारणी के सदस्यों की जानकारी उपलब्ध होगी।
उच्च शिक्षा विभाग ने प्रवेश की तैयारी शुरू कर दी है। इसी सिलसिले में सभी निजी एवं शासकीय कॉलेजों को नए सत्र में प्रवेश के लिए गाइडलाइन जारी की गई है। जिसमें कॉलेजों को प्रोफाइल अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रवेश देने से पहले छात्र-छात्राओं को रोजगार के प्रकार, वर्ष, महाविद्यालय के रोजगार अधिकारी का नाम एवं रोजगार प्राप्त छात्रों की संख्या की जानकारी उपलब्ध करानी पड़ेगी। इसके साथ ही अन्य जानकारी भी देनी होगी। जिसमें उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जारी आनापत्ति प्रमाण पत्र, विश्वविद्यालय द्वारा जारी संबद्धता प्रमाण पत्र, छात्रों के रोजगार संबंधी जानकारी, बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा जारी प्रमाण पत्र, समिति के कार्यकारणी के सदस्यों की जानकारी उपलब्ध होगी।