मामला जवा थाना क्षेत्र का है। यहां रहने वाला 16 वर्षीय किशोर 15 सितंबर को घर से कोचिंग जाने की बात बोलकर निकला था जिसके बाद वह लापता हो गया। काफी तलाश के बाद भी उसका पता नहीं चला तो परिजनों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने जब इस मामले की जांच शुरू की तो जो तथ्य सामने आए उसने पुलिस के भी होश उड़ा दिये। वह आनलाइन गेम खेलने की लत में फंसा हुआ था। इस गेम की लत में जब वह बुरी तरह फंस गया तो उससे रुपयों की मांग की जाने लगी।
चोरी से उसने अपने पिता के खाते से रुपए निकालने शुरू कर दिये। दस दिन में करीब एक लाख रुपए उसने पिता के खाते से निकालकर आनलाइन गेम में ट्रांसफर कर दिये। रुपए निकालने के जब मैसेज मोबाइल पर आते तो उसे वह डिलीट कर देता था। इतनी बड़ी रकम गेम में हारने के बाद जब उसे अपनी गलती का अहसास हुआ तो उसे पिता की डांट का डर सताने लगा और घर वालों को बिना बताए वह चला गया। कम उम्र में ही बच्चे आनलाइन गेम की लत में फंसकर गलत कदम उठा रहे है।
आनलाइन गेम में फंसकर बच्चे कई बार आत्मघाती कदम उठा लेते है। इस बात ने पुलिस को भी चिंता मेंं डाल दिया। पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने तत्काल थाना प्रभारी कन्हैया बघेल को उसे बरामद करने के निर्देश दिये। थाना प्रभारी ने साइबर की मदद से उसका लोकेशन ट्रे्रस किया तो वह इंदौर तरफ जाते मिला। वहां रहने वाले रिश्तेदारों को पुलिस ने रेलवे स्टेशन पहुंचा। यहा से बच्चे का लोकेशन भेज रही पुलिस ने रिश्तेदारों की मदद से उसे बरामद कर लिया। उसे अब रीवा लाया जा रहा है जिसके बयान दर्ज कराए जायेंगे। यदि पुलिस ने उसे बरामद करने में थोड़ी देरी की होती तो वह कोई आत्मघाती कदम भी उठ सकता था।
आनलाइन गेम के चक्कर में प्रदेश के दूसरे जिलों में बच्चे आत्मघाती कदम उठा चुके है। इंदौर में एक बच्चा आनलाइन गेम मेंं फंसकर मां के खाते से तीन लाख रुपए निकालकर हार गया और बाद में उसने डर की वजह से आत्महत्या कर ली। करीब दस दिन पूर्व भोपाल में आनलाइन गेम खेलने वाला एक बच्चा अचानक काफी तेजी से चीखा और उसकी मौत हो गई। ये गेम बच्चो के लिए काफी खतरनाक होते है और उन्हें आत्मघाती कदम उठाने में भी मजबृूर कर देते है।
जवा थाना क्षेत्र से एक बच्चा लापता हो गया था जो आनलाइन गेम के चक्कर में पिता के खाते से एक लाख रुपए निकालकर हार गया था। प्रदेश के दूसरे जिलों में हुई घटनाओं को देखते हुए तत्काल साइबर सेल की मदद से बच्चे को इंदौर रेलवे स्टेशन में बरामद कर लिया गया। मोबाइल पर गेम खेलने वाले बच्चों पर परिजन लगातार नजर रखे। यदि बच्चे के व्यवहार में परिवर्तन आता है तो उसे समझाईश दे। अधिकांश समय तक बच्चों का मोबाइल का उपयोग न करने दे। ऐसी स्थिति में तत्काल पुलिस को सूचना दे ताकि काऊसलिंग के जरिये बच्चे की लत छुड़ाई जा सके।
नवनीत भसीन, एसपी रीवा