त्योंथर फ्लो नहर चलाने का आदेश
कलेक्टर त्योंथर तहसील पहुंचे, शिविर में राजस्व प्रकरणों की सुनवाई के बाद वह त्योंथर फ्लो नहर देखने पहुंचे। कलेक्टर सूखी नहर को देखने के बाद तीन दिन बाद नहर में पानी छोडऩे का आदेश दिया है। कलेक्टर ने बताया कि नहर में पानी छोड़े जाने से मवेशियों और पशु-पक्षियों को पीने के लिए पानी उपलब्ध होगा और जलस्तर को ठीक रहेगा।
स्थानीय लोगों ने गिनाई समस्याएं
शिविर में त्योंथर की मुख्य समस्याओं से अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष ब्रह्मनारायण शर्मा, एड. रामायण सिंह, एड. कृष्णजी तिवारी, राजा राम सिंह अवगत कराया और उनके निराकरण के लिए अपेक्षा की गई। कलेक्टर ने इस दौरान लागों को आश्वस्त किया कि उनकी प्रमुख समस्याओं का निराकरण किया जाएगा। सबसे बड़ी समस्या १०० बिस्तरा अस्पताल का निर्माण नहीं होना है। वहीं आवारा मवेशियों से भी परेशानी है।
गुढ़ तहसील में कल लगेगा शिविर
जिले में राजस्व प्रकरणों को निराकरण के लिए कलेक्टर तहसील स्तर पर विशेष शिविर आयोजित कर रहे हैं। अभी तक सिरमौर और त्योंथर में आयोजित किया जा चुका है। कलेक्टर ने बताया कि सोमवार को गुढ़ तहसील मुख्यालय पर शिविर आयोजित किया जाएगा। जिसमें सीमांकन, बंटवारा आदि राजस्व के प्रकरणों की सुनवाई की जाएगी। इस दौरान समीक्षा भी होगी।
कलेक्टर त्योंथर तहसील पहुंचे, शिविर में राजस्व प्रकरणों की सुनवाई के बाद वह त्योंथर फ्लो नहर देखने पहुंचे। कलेक्टर सूखी नहर को देखने के बाद तीन दिन बाद नहर में पानी छोडऩे का आदेश दिया है। कलेक्टर ने बताया कि नहर में पानी छोड़े जाने से मवेशियों और पशु-पक्षियों को पीने के लिए पानी उपलब्ध होगा और जलस्तर को ठीक रहेगा।
स्थानीय लोगों ने गिनाई समस्याएं
शिविर में त्योंथर की मुख्य समस्याओं से अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष ब्रह्मनारायण शर्मा, एड. रामायण सिंह, एड. कृष्णजी तिवारी, राजा राम सिंह अवगत कराया और उनके निराकरण के लिए अपेक्षा की गई। कलेक्टर ने इस दौरान लागों को आश्वस्त किया कि उनकी प्रमुख समस्याओं का निराकरण किया जाएगा। सबसे बड़ी समस्या १०० बिस्तरा अस्पताल का निर्माण नहीं होना है। वहीं आवारा मवेशियों से भी परेशानी है।
गुढ़ तहसील में कल लगेगा शिविर
जिले में राजस्व प्रकरणों को निराकरण के लिए कलेक्टर तहसील स्तर पर विशेष शिविर आयोजित कर रहे हैं। अभी तक सिरमौर और त्योंथर में आयोजित किया जा चुका है। कलेक्टर ने बताया कि सोमवार को गुढ़ तहसील मुख्यालय पर शिविर आयोजित किया जाएगा। जिसमें सीमांकन, बंटवारा आदि राजस्व के प्रकरणों की सुनवाई की जाएगी। इस दौरान समीक्षा भी होगी।